ेसुमित सचदेव इन दिनों ये हैं मोहब्बते में मणि का किरदार निभा रहे हैं. दर्शकों को अब भी वे गोमजी के रूप में याद हैं.
सुमित, आप काफी समय से टेलीविजन से दूर रहे. फिर अचानक ये हैं मोहब्बते से जुड़ने की खास वजह क्या रही?
स्टार प्लस और बालाजी की जोड़ी के साथ काम करना एक अनोखा अनुभव है. दूसरा यह कि ये हैं मोहब्बते बिल्कुल अलग कांसेप्ट का शो है. जब मुझे शो में अपनी भूमिका के बारे में पता चला तो मुझे पूरा विश्वास था कि शो में मेरे किरदार पर भी काफी काम किया जा रहा है. और दूसरी बात यह है कि मैं एकता की बहुत इज्जत करता हूं. उन्हें प्रतिभा की परख है. और यही वजह है कि मैंने यह भूमिका तुरंत स्वीकार कर ली.
लोग अब भी आपको क्योंकि ... के गोमजी के रूप में पहचानते हैं. क्या आपको नहीं लगता कि आप उसे इमेज से बाहर नहीं निकल पाये हैं?और इससे आपको नुकसान हुआ है.
बिल्कुल नहीं, बल्कि गोमजी के किरदार ने ही एक अभिनेता के तौर पर मुझे शोहरत दी है. मैं शोभा आंटी और एकता का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे बेहतरीन किरदार दिया. लेकिन अब मुझे ये भी विश्वास हो रहा है कि इस शो में भी दर्शकों को मेरा काम अच्छा लग रहा है, मुझे जिस तरह से रिस्पांस मिल रहा है. मैं खुश हूं.
आप इस शो में सकारात्मक भूमिका में हैं. जबकि पहले आपने नेगेटिव भूमिकाएं निभाई हैं. कितना कठिन रहा.
एक अभिनेता के रूप में आपको ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और इस प्रोफेशन की खूबी भी यही है. मेरा मानना है किरदार कैसा भी हो, आप मेहनत करते हैं तो आप दर्शकों से कनेक्ट कर ही लेते हैं.
आपके अपने को स्टार से कैसे संबंध हैं?
मैं करण पटेल और द्विंयाका त्रिपाठी के साथ स्क्रीन स्पेस मिलने से काफी खुश हूं, दोनों बहुत प्रतिभाशाली और सहयोगी कलाकार हैं. दोनों ने खुले दिल से मेरा स्वागत किया है और हमारी काफी अच्छी दोस्ती भी हो गयी है.
टीवी से दूर थे. उस दौरान क्या क्या किया?
ट्रैवलिंग करना पसंद है. तो घूमना फिरना हुआ. साथ ही अपना बिजनेस संभाल रहा था. लेकिन अभिनय मेरे लिए पैशन है तो वह मैं हमेशा करता ही रहूंगा.
इतने सालों में आपको टीवी की दुनिया में क्या बदलाव नजर आ रहे हैं?
मुझे लगता है कि अब छोटा परदा छोटा नहीं है. अब अलग अलग मिजाज के शोज आ रहे हैं.नये और टैलेंटेड कलाकारों को कितने मौके मिल रहे हैं और यह बेहद जरूरी भी है. बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है तो काफी लोगों को रोजगार भी मिल रहा है और यह अच्छी बात है. साथ ही शोज के कांसेप्ट, उनका प्रेजेंटेशन सबकुछ बदल गया है और काफी विकास हो रहे हैं. मुझे लगता है कि आनेवाला समय टेलीविजन के लिए अच्छा ही है.
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