शाहिद कपूर जल्द ही तेलुगु की सुपरहिट फिल्म मगधीरा के हिंदी रीमेक में लीड किरदार निभायेंगे. मगधीरा एक पीरियड फिल्म थी और इस फिल्म ने तेजा को तेलुगु का सुपरस्टार बना दिया. निस्संदेह फिल्म में वीएफएक्स का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया था. इस वजह से फिल्म का एक भव्य रूप नजर आया था. शाहिद को पिछले साल फिल्म हैदर के लिए लगभग सारे पुरस्कार मिले हैं. फिल्म अवार्ड में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माने जाने वाले फिल्मफेयर में भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब मिला. शाहिद कपूर पिछले काफी अरसे से इस सफलता के लिए मशक्कत कर रहे थे. अब जाकर उनकी यह मेहनत रंग लायी है. मगर उन्हें अधिक उतावला नहीं होना चाहिए. उन्हें यह बात समझनी होगी कि उनकी फिल्म आर राजकुमार भले ही बॉक्स आॅफिस पर सफल रही, लेकिन वे राउड़ी रूप में नहीं जमते. उन्हें अपने फिल्मों के चयन में अब सतर्कता रखनी होंगी. उड़ता पंजाब का चयन उन्होंने बेहतरीन किया है. चूंकि इस फिल्म के निर्देशक अभिषेक चौबे भलिभांति जानते हैं कि उन्हें अपने किरदारों को किस रूप में ढालना है. शानदार भी उनके मिजाज की फिल्म होगी. मगर मगधीरा के लिए वे फिट हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बतायेगा. उन्हें अति उत्साह में गलत चुनाव से बचना चाहिए. यह उनकी पहली पीरियड फिल्म होगी और वर्तमान दौर में कलाकार यह चाहते हैं कि उन्हें पीरियड फिल्मों में काम करने का मौका मिले. चूंकि वे इससे जल्दी लाइमलाइट में आते हैं और उन्हें खुद को साबित करने के लिए सही स्थान मिलता है. लेकिन आयुष्मान खुराना की फिल्म हवाईजादा निराश करती है.ऐसे में शाहिद को भी संभल कर कदम बढ़ाने चाहिए. फिलवक्त उन्हें करियर ओरियेटेंड फिल्में करनी चाहिए, ताकि वह इस सफलता को बरकरार रख सकें.
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20150318
शाहिद का उतावलापन
शाहिद कपूर जल्द ही तेलुगु की सुपरहिट फिल्म मगधीरा के हिंदी रीमेक में लीड किरदार निभायेंगे. मगधीरा एक पीरियड फिल्म थी और इस फिल्म ने तेजा को तेलुगु का सुपरस्टार बना दिया. निस्संदेह फिल्म में वीएफएक्स का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया था. इस वजह से फिल्म का एक भव्य रूप नजर आया था. शाहिद को पिछले साल फिल्म हैदर के लिए लगभग सारे पुरस्कार मिले हैं. फिल्म अवार्ड में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माने जाने वाले फिल्मफेयर में भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब मिला. शाहिद कपूर पिछले काफी अरसे से इस सफलता के लिए मशक्कत कर रहे थे. अब जाकर उनकी यह मेहनत रंग लायी है. मगर उन्हें अधिक उतावला नहीं होना चाहिए. उन्हें यह बात समझनी होगी कि उनकी फिल्म आर राजकुमार भले ही बॉक्स आॅफिस पर सफल रही, लेकिन वे राउड़ी रूप में नहीं जमते. उन्हें अपने फिल्मों के चयन में अब सतर्कता रखनी होंगी. उड़ता पंजाब का चयन उन्होंने बेहतरीन किया है. चूंकि इस फिल्म के निर्देशक अभिषेक चौबे भलिभांति जानते हैं कि उन्हें अपने किरदारों को किस रूप में ढालना है. शानदार भी उनके मिजाज की फिल्म होगी. मगर मगधीरा के लिए वे फिट हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बतायेगा. उन्हें अति उत्साह में गलत चुनाव से बचना चाहिए. यह उनकी पहली पीरियड फिल्म होगी और वर्तमान दौर में कलाकार यह चाहते हैं कि उन्हें पीरियड फिल्मों में काम करने का मौका मिले. चूंकि वे इससे जल्दी लाइमलाइट में आते हैं और उन्हें खुद को साबित करने के लिए सही स्थान मिलता है. लेकिन आयुष्मान खुराना की फिल्म हवाईजादा निराश करती है.ऐसे में शाहिद को भी संभल कर कदम बढ़ाने चाहिए. फिलवक्त उन्हें करियर ओरियेटेंड फिल्में करनी चाहिए, ताकि वह इस सफलता को बरकरार रख सकें.
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