जिसेले बुंडचैन सुपरमॉडल रही चुकी हंै. लेकिन अब उन्होंने निर्णय लिया है कि 20 अप्रैल को वे अंतिम बार रैंप वॉक करेंगी और उनकी यह दिली ख्वाहिश थी कि वे अपने जन्मस्थल, जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया है. ब्राजील. वे वहां एक शो करें. इधर खबर है कि कट्रीना कैफ की वैक्स की मूर्ति मैडम तुषाद म्यूजियम में रखी जा रही है.खास बात यह है कि अन्य सेलिब्रिटिज की तरह कट्रीना की मूर्ति सामान्य रूप में नहीं, बल्कि नृत्य के पोज में रखी जायेगी और उन्हें साड़ी, सूट या किसी सामान्य से परिधान में नहीं, बल्कि वे एक ट्रेडिशनल फोक डांस के रूप में नजर आयेंगी. कट्रीना ने इस बारे में अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि लंदन उनका जन्मस्थल है और उनका परिवार वही रहता है. उनकी बहनें भी वही हैं और उन्हें खुशी होगी. जब उनकी बहन अपने बच्चों को उनका स्टैचू दिखायेंगी.यह उनके लिए गर्व की बात होगी कि उन्हें अपने जन्मस्थल में यह सम्मान मिल रहा है. दरअसल, यह हकीकत है कि हर व्यक्ति के लिए दुनिया की कामयाबी से बड़ी उनके अपने जन्मस्थल में मिलने वाला सम्मान है. वजह स्पष्ट है कि जहां उस हस्ती का बचपन बीता है. उन्होंने अपनी जिंदगी में कई अनुभव किये होंगे. निश्चित तौर पर उनमें कुछ खट्ठे कुछ कड़वे होंगे. जब आप पूरी दुनिया पर जीत हासिल करने के बाद अपने शहर, अपने गांव में फतेह हासिल करते हैं तभी आपकी जीत पूरी होती है और उन तमाम लोगों के मुंह पर तमाचा जड़ता है, जिन्होंने आपको नाकामयाब होने की दुआएं की हों, जिन्होंने आपकी नयी शुरुआत, नये करियर को लेकर फब्तियां कसी हों. साथ ही दूसरा पहलू यह भी है कि आप जब अपने शहर, अपने गांव के लिए कुछ करते हैं तो वह उस गांव , उस शहर के प्रति आपका समर्पण व आदरांजलि दर्शाता है. निस्संदेह वह एहसास खास और अदभुत होता है
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