20130513

मेरी अपनी कहानी है गिप्पी

फिल्म गिप्पी का ख्याल कैसे आया?

फिल्म गिप्पी मेरी अपनी कहानी है. मेरी जिंदगी में ऐसा तो कोई लव-शव हुआ नहीं था. लेकिन एक बात जरूर थी कि जब मैं छोटी थी, तो काफी गुलथुल थी. बिल्कुल गिप्पी की तरह. मेरे परिवार में जैसे मेरे मां-पापा थे, भाई था, वैसे ही फिल्म में किरदारों को दिखाया है. मैंने सोचा कि कुछ लिख देती हूं और देखती हूं कि करन जाैहर को पसंद आती है या नहीं. तो मैंने लिखी स्टोरी फिर अयान को दी. अयान ने ही स्क्रिप्ट करन तक पहुंचायी. उनको पसंद आयी. क्योंकि वे भी मानते हैं कि 13-14 साल की उम्र में हर किसी की कहानी ऐसी ही होती है. उनकी कहानी भी ऐसी ही थी. वे भी थोडे. चबी से थे तो लोग उन्हें भी चिढ.ाते थे. क्या होता था उस उम्र में, इसी बात को इस फिल्म में दर्शाया गया है.

इससे पहले आपने कभी किसी को असिस्ट किया था?

हां, इससे पहले मैंने वेक अप सिड में बतौर असिस्टेंट के रूप में काम किया था. अयान मेरे फैमिली फ्रेंड हैं और जब मैं विदेश से फिल्म मेकिंग की पढ.ाई पूरी करके आयी तो उन्होंने ही मुझे कहा कि मुझे सेट पर काम करना चाहिए. उस वक्त वे वेक अप सिड पर काम करने जा रहे थे. तो मैं उनके साथ जुड. गयी. जब जुड.ी तो पता चला कि बॉलीवुड में फिल्म बनाना बिल्कुल अलग है. विदेशों में आपको फिल्में ज्यादा दिखाते हैं और वहां का ग्रामर अलग होता है. लेकिन मैं थोड.ी फिल्मी हूं और मुझे हिंदी फिल्में करन जाैहर काइंड ऑफ फिल्में पसंद हैं, तो धीरे-धीरे मजा आने लगा और फिर इसी दौरान अयान ने ही कहा कहानी लिखो और उनकी वजह से ही आज मैं ये सब कर पायी हूं. तो मैं कहूंगी कि अयान ही मेरे गुरु हैं. फिल्में बनती कैसे हैं, मैं नहीं जानती थी. वह सब कुछ मुझे उन्होंने ही सिखाया है.

आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या रही है?

मैं कोलकाता में पली-बढ.ी. फिर मैं बाहर गयी थी पढ.ने. फिर अमेरिका में मैंने छोटा-मोटा काम भी किया. मेरे परिवार में सभी को फिल्में देखना बेहद पसंद है और मुझे भी गीत-संगीत वाली फिल्म देखना पसंद है. सो, मैं चाहती हूं कि मैं ऐसी ही फिल्में बनाऊं. 

अयान की एक और फिल्म काफी चर्चा में है. आपकी उस पर क्या प्रतिक्रिया है?

अयान बेहतरीन निर्देशक हैं और उन्हें बहुत अच्छे तरीके से मालूम होता है कि युवा निर्देशकों को क्या चाहिए. सो, मुझे लगता है कि उनकी फिल्म ये जवानी है दीवानी भी दर्शकों को जरूर पसंद आयेगी.

रिया का चुनाव कैसे किया गिप्पी के लिए?

हमने कई बच्चों का ऑडिश्न किया था. फिल्म में पंजाबी तड.का है तो हम दिल्ली गये थे. वहां जब रिया आयी, तो मुझे लगा कि रिया मुझे मेरे बचपन की याद दिलाती है. सो, मैंने उसे ही चुना.

फिल्म की शूटिंग कहां हुई है और कैसा रहा अनुभव?

फिल्म की शूटिंग शिमला में हुई है. जहां तक अनुभव की बात है, यह काफी टफ था. चूंकि मेरे साथ इस फिल्म में जितने लोग हैं सभी नये थे. तो सबको समझाना और साथ ही खुद चीजों को समझना काफी टफ था. लेकिन मजेदार भी था. कोशिशकरूंगी कि आनेवाले सालों में जो भी करूं अब वे सारी गलतियां, जो इसमें की, वैसी न करूं. चाहूंगी कि थोड.ा अनुभव के साथ काम करूं.

करन नये निर्देशकों को काफी मौका दे रहे हैं. और उनके निर्देशकों को लगभग तीन फिल्में तो मिल ही जाती हैं तो क्या आपको भी मिली हैं?

हां, यह सच है कि तीन फिल्मों का कांट्रैक्ट होता है. लेकिन आगे वह प्रोजेक्ट क्या होगा, इसकी

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