हाल ही में फिल्म शॉटकर्ट रोमियो के सिलसिले में नील नीतिन मुकेश से मुलाकात हुई. नील अभिनय के साथ साथ निर्देशन में भी दिलचस्पी रखते हैं और साथ ही साथ वह बेहतरीन पेंटर भी हैं. नील नीतिन से यह बात बहुत औपचारिक और बहुत अनौपचारिक भी थी. नील ने अपने दादा मुकेश के दौर की कई बातें शेयर कीं. यह सवाल पूछने पर कि क्या आज भी कपूर खानदान से नील या उनके परिवार के रिश्ते उसी तरह घनिष्ठ हैं. उन्होंने कहा नहीं. आज वह दौर नहीं है. आज प्रोफेशनलिज्म ज्यादा हावी है. किसी दौर में मुकेश राजकपूर के जिगरी दोस्त थे. लेकिन न तो राजकपूर के परिवार के बाद की पीढ़ी और न ही मुकेश की आगे की पीढ़ी इस रिश्ते को आगे बढ़ा पायी. हिंदी सिने जगत में ऐसे रिश्तों की फेहरिस्त अपवाद हैं, जिनकी दोस्ती कई पीढ़ियों से चली आ रही हो. किसी दौर में सलीम जावेद खास दोस्त थे. लेकिन दोनों में दूरियां बनीं तो उनके बच्चे भी दूर हो गये. सलमान खान और फरहान आज भी सामान्य रिश्ते नहीं रखते. किसी दौर में फरहान और सलमान खान साथ साथ साइकिलिंग किया करते थे. स्वीमिंग किया करते थे. लेकिन पिता में अनबन के कारण दोनों के रिश्तों में भी खटास आयी. दिलीप साहब और प्राण साहब के परिवार में आज भी वह घनिष्ठता है और इसलिए इस परिवार के बच्चे भी एक दूसरे के करीब हैं. वही राजकुमार के बच्चे आज कहां हैं, किसी को नहीं पता. मोहम्मद रफी के बच्चे और लता में ंहाल ही में काफी मतभेद हुआ. दरअसल, हकीकत यही है कि आज प्रोफेशनलिज्म हिंदी सिनेमा जगत पर काफी हावी हो चुका है. हाय हलो से ज्यादा जिंदगी आगे जाती ही नहीं. यह मुमकिन ही नहीं कि आमिर, शाहरुख सलमान के बच्चे कभी भी आपस में शायद कभी एक दूसरे से मिलेंगे ही.चंूकि परवरिश से ही बच्चे अपने और गैरों में फर्क करना समझते हैं
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20130629
बनते बिगड़ते रिश्ते
हाल ही में फिल्म शॉटकर्ट रोमियो के सिलसिले में नील नीतिन मुकेश से मुलाकात हुई. नील अभिनय के साथ साथ निर्देशन में भी दिलचस्पी रखते हैं और साथ ही साथ वह बेहतरीन पेंटर भी हैं. नील नीतिन से यह बात बहुत औपचारिक और बहुत अनौपचारिक भी थी. नील ने अपने दादा मुकेश के दौर की कई बातें शेयर कीं. यह सवाल पूछने पर कि क्या आज भी कपूर खानदान से नील या उनके परिवार के रिश्ते उसी तरह घनिष्ठ हैं. उन्होंने कहा नहीं. आज वह दौर नहीं है. आज प्रोफेशनलिज्म ज्यादा हावी है. किसी दौर में मुकेश राजकपूर के जिगरी दोस्त थे. लेकिन न तो राजकपूर के परिवार के बाद की पीढ़ी और न ही मुकेश की आगे की पीढ़ी इस रिश्ते को आगे बढ़ा पायी. हिंदी सिने जगत में ऐसे रिश्तों की फेहरिस्त अपवाद हैं, जिनकी दोस्ती कई पीढ़ियों से चली आ रही हो. किसी दौर में सलीम जावेद खास दोस्त थे. लेकिन दोनों में दूरियां बनीं तो उनके बच्चे भी दूर हो गये. सलमान खान और फरहान आज भी सामान्य रिश्ते नहीं रखते. किसी दौर में फरहान और सलमान खान साथ साथ साइकिलिंग किया करते थे. स्वीमिंग किया करते थे. लेकिन पिता में अनबन के कारण दोनों के रिश्तों में भी खटास आयी. दिलीप साहब और प्राण साहब के परिवार में आज भी वह घनिष्ठता है और इसलिए इस परिवार के बच्चे भी एक दूसरे के करीब हैं. वही राजकुमार के बच्चे आज कहां हैं, किसी को नहीं पता. मोहम्मद रफी के बच्चे और लता में ंहाल ही में काफी मतभेद हुआ. दरअसल, हकीकत यही है कि आज प्रोफेशनलिज्म हिंदी सिनेमा जगत पर काफी हावी हो चुका है. हाय हलो से ज्यादा जिंदगी आगे जाती ही नहीं. यह मुमकिन ही नहीं कि आमिर, शाहरुख सलमान के बच्चे कभी भी आपस में शायद कभी एक दूसरे से मिलेंगे ही.चंूकि परवरिश से ही बच्चे अपने और गैरों में फर्क करना समझते हैं
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