्रणवीर सिंह लूटेरा से अपनी बनी बनाई इमेज को तोड़ रहे हैं. वे इस फिल्म में थोड़े गंभीर प्रेमी का किरदार निभा रहे हैं. रणवीर इसे अपनी अब तक की सबसे खास और कठिन फिल्म मानते हैं. चूंकि फिल्म में उनके संवाद कम थे और केवर चेहरे के एक्सप्रेशन दर्शा कर उन्हें खुद को साबित करना था. फिर भी रणवीर के लिए फिल्म लूटेरा का पूरा सफर खास रहा. रणवीर सिंह की अब तक की फिल्में और लूटेरा में उनके बदले अंदाज पर बातचीत के मुख्य अंश
रणवीर यह मानने लगे हैं कि फिल्मों में सबसे कठिन जॉनर रोमांटिक जोनर ही होता है. बातचीत रणवीर सिंह से
त्ररणवीर, अब तक विक्रमादित्य मोटवाने की केवल एक फिल्म ही आयी है उड़ान और वह मेनस्ट्रीम सिनेमा से बिल्कुल अलग हट कर फिल्म थी. और आप अब तक मेनस्ट्रीम फिल्में करते आ रहे हैं तो जब आपको उन्होंने
लूटेरा आॅफर की तो आपका क्या रियेक् शन था?
मैंने विक्रमादित्य मोटवाने की फिल्म उड़ान देखी थी और वह क्या कमाल की फिल्म थी. उस फिल्म को देख कर ही मैंने तय कर लिया था कि मुझे हर हाल में इनके साथ काम करना ही है. हम दोनों की पहली मुलाकात एक अवार्ड फंक् शन के दौरान हुई. वहां मिला तो मैंने उन्हें साफ साफ कहा कि आप कभी भी फिल्म लिखें और आपको ऐसा महसूस हो. मुझे फिल्म में कास्ट करना चाहिए तो मुझे जरूर बताईयेगा. विक्रम ने जब मुझे फिल्म की कहानी सुनायी. तो मैं तो न कह ही नहीं पाया, आप सोचिये. आप अकेले बाद में बैठ कर स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं और आपकीआंखों से लगातार आंसू गिर रहे हैं. तो उस वक्त आपको क्या महसूस होगा कि आप फिल्म के हिस्सा बन चुके हैं. मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. मैंने फिल्म के लिए हां तो कह दी.
त्रहमने सुना आप फिल्म साइन करने के बाद नर्वस होकर फिल्म छोड़नेवाले थे.
जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना. अभी फिल्म की शूटिंग शुरू हुए तीन चार दिन ही बीते थे. मैं अच्छा परफॉर्म नहीं कर पा रहा था. उस वक्त मुझे लगा कि मुझे यह फिल्म छोड़ देनी चाहिए. मैंने विक्रम से कहा कि गलत व्यक्ति को चुन लिया तुमने. लेकिन विक्रम ने भरोसा दिलाया और उन्होंने क्या बदला मुझे. आप फिल्म देखेंगे तो खुद महसूस करेंगी कि किरदार कितना इंटेंस हैं.दरअसल, मैं खुद भी मसाला फिल्मों का दर्शक रहा हूं. मेरे लिए फिल्मों का मतलब मसाला फिल्में हुआ करती थी और मैं वैसी ही फिल्मों का चुनाव करता था तो वह मेरे लिए मुश्किल काम नहीं था. लेकिन लूटेरा मेरे स्वभाव से बिल्कुल विपरीत फिल्म है. इसमें मैं जितना गंभीर, शर्मीला सा रहनेवाला लड़का, केवल पॉकेट में हाथ डाले पूरी फिल्म निकल जाती है. फिल्म में संवाद है ही नहीं मेरे. ऐसे में अभिनय करना बहुत कठिन था. लेकिन विक्रम ने मुझे जो ढाला है फिल्म में. मैं खुद चकित हूं कि मैं यह कर पाया.
त्रविक्रमादित्य मोटवाने के साथ आपका अनुभव कैसा रहा ?
मैं खुशनसीब हूं कि मुझे विक्रमादित्य के साथ काम करने का मौका मिला है. विक्रम हिंदी सिनेमा के उन निर्देशकों में से एक है. जो जीनियस है. सिनेमा की समझ उनमें जितनी है. शायद ही किसी में होगी. उस बंदे को सिनेमा के ग्रामर की जो समझ है. शायद ही किसी और के पास होगी. उनके किरदारों को कहने का ढंग, प्रॉप्स का चुनाव और लगन. सब अलग है. हम जब इस फिल्म की शूटिंग डलहौंजी में कर रहे थे. वहां जब हमें बर्फ चाहिए था. बर्फ मिल नहीं रहा था और जब नहीं चाहिए था तो इतनी बर्फबारी हो रही थी कि हम शूटिंग नहीं कर पा रहे थे. हम कई बार शूटिंग करने गये. लौट लौट कर आये. कोई और निर्देशक होते तो फिल्म कहीं और शूट कर लेते, लेकिन विक्रम ने तय कर लिया था वही शूट करेंगे. मैं उन्हें हैट्स आॅफ करता हूं कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद फिल्म का निर्माण किया.
रणवीर, इस फिल्म के दौरान भी आप चोटिल हुए और रामलीला की शूटिंग के दौरान भी आप घायल हो गये थे?
हां, लूटेरा फिल्म की शूटिंग के दौरान मेरी कमर में चोट थी और मैं चल नहीं पा रहा था. उठ कर भी खड़ा नहीं हो पा रहा था. उस वक्त भी मैंने विक्रम से कहा था कि वह किसी और कास्ट कर ले लेकिन वह तैयार नहीं हुआ. रामलीला के दौरान भी मुझे शूटिंग के वक्त चोट लगी. पहले तो मैं नानी की बात नहीं मानता था. लेकिन अब काला धागा बांधने लगा हूं. नानी कहती हैं कि इससे नजर हटती है. अब इतनी चोट लगती है तो लगता है यह सब मानना ही होगा.
सोनाक्षी के साथ यह आपकी पहली फिल्म है कैसा रहा अनुभव?
सोनाक्षी बेहतरीन अभिनेत्री हैं और इन दिनों वे डिमांड में हैं. इसकी वजह यही है कि वह मेहनती हैं और खासतौर से इंडियन लूक के किरदार को उनसे बेहतर कोई नहीं निभा सकता. उनकी आंखें एक्सप्रेसिव है और यही वजह है कि इस रोमांटिक फिल्म में वह जंचती हैं. उनकी आवाज भी काफी मीठी है तो वह भी किरदार में जमती हैं. मुझे लगता है कि दर्शकों को हमारी जोड़ी पसंद आयेगी.
त्दो फिल्मों के बाद आप लगभग गायब रहे तो 19 महीनों के अंतराल के बाद आप फिर से दर्शकों के सामने होंगे तो कोई नर्वसनेस है कि लोग भूल गये होंगे?
हां, यह सही है कि मैं देर से आ रहा हूं. लेकिन इस साल लगभग मेरी चार फिल्में बैक टू बैक रिलीज हो रही है. तो मुझे विश्वास है कि इस बार मेरे कई अवतार उन्हें देखने को मिलेंगे. ये फिल्में सही तरीके से चलीं तो दर्शकों का प्यार मिलता ही रहेगा.
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