ऋृषि कपूर इस साल अपने बेटे रणबीर कपूर से अधिक व्यस्त हैं. इस साल उनकी लगभग सात फिल्में आ रही है. जिनमें वे अहम किरदारों में हैं. ऋषि कपूर ने बहुत कम उम्र से ही अभिनय में कदम रख लिया था. वे फिल्म मेरा नाम जोकर में राज कपूर के बचपन के किरदार निभाते नजर आये थे. बाद में बॉबी से उन्होंने अपने सक्रिय अभिनय करियर की शुुरुआत की. इसके बाद वे लगातार सफलता की ऊंचाईयों को छूते रहे. अपनी तीनों भाईयों में वे सबसे बेहतरीन अभिनेता साबित हुए. उन्होंने हर तरह के किरदार निभाये. लेकिन इसके बावजूद उन्हें इस बात का अफसोस रहा कि लोगों ने उन्हें राज कपूर क ेबेटे के रूप में जाना और जबकि आज उनके बेटे रणबीर कपूर बेहतरीन अभिनेता हैं तो लोग आज उन्हें ऋषि कपूर के बेटे नहीं, बल्कि राजकपूर के पोते के रूप में संबोधित करते हैं.उन्होंने एक बार अपनी बातचीत में इस बात का जिक्र किया था कि लोग यह भूल जाते हैं कि राजकपूर और रणबीर के बीच एक ऋषि भी है. ऋषि यह भी मानते हैं कि उन्हें हाल में जितनी बेहतरीन फिल्मों में काम करने का मौका मिल रहा है. कुछ सालों पहले तक उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है. दरअसल, यह हकीकत भी है कि ऋषि कपूर फिलवक्त जिस तरह के किरदार निभा रहे हैं. वे फिल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट होकर भी लीड किरदारों पर भारी पड़ते हैं. फिर चाहे वह रॉफ लैला का किरदार हो, या औरंगजेब का. फिल्म चश्मे बद्दूर में उन्होंने जो हास्य किरदार निभाया है. वह भी अलग और मजेदार किरदार है. जल्द ही उनकी फिल्म डीडे रिलीज होगी, जिसमें वे बिल्कुल अलग एक डॉन के किरदार में है. हिंदी सिनेमा ने अब जाकर उनकी प्रतिभा का सम्मान करना शुरू किया है. ऋषि आने वाले समय में और एक मील का पत् थर साबित होंगे. जरूरत बस इतनी सी है कि उनके अभिनय का सम्मान हो और उन्हें अच्छे किरदार मिले
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20130629
जवां ऋषि
ऋृषि कपूर इस साल अपने बेटे रणबीर कपूर से अधिक व्यस्त हैं. इस साल उनकी लगभग सात फिल्में आ रही है. जिनमें वे अहम किरदारों में हैं. ऋषि कपूर ने बहुत कम उम्र से ही अभिनय में कदम रख लिया था. वे फिल्म मेरा नाम जोकर में राज कपूर के बचपन के किरदार निभाते नजर आये थे. बाद में बॉबी से उन्होंने अपने सक्रिय अभिनय करियर की शुुरुआत की. इसके बाद वे लगातार सफलता की ऊंचाईयों को छूते रहे. अपनी तीनों भाईयों में वे सबसे बेहतरीन अभिनेता साबित हुए. उन्होंने हर तरह के किरदार निभाये. लेकिन इसके बावजूद उन्हें इस बात का अफसोस रहा कि लोगों ने उन्हें राज कपूर क ेबेटे के रूप में जाना और जबकि आज उनके बेटे रणबीर कपूर बेहतरीन अभिनेता हैं तो लोग आज उन्हें ऋषि कपूर के बेटे नहीं, बल्कि राजकपूर के पोते के रूप में संबोधित करते हैं.उन्होंने एक बार अपनी बातचीत में इस बात का जिक्र किया था कि लोग यह भूल जाते हैं कि राजकपूर और रणबीर के बीच एक ऋषि भी है. ऋषि यह भी मानते हैं कि उन्हें हाल में जितनी बेहतरीन फिल्मों में काम करने का मौका मिल रहा है. कुछ सालों पहले तक उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है. दरअसल, यह हकीकत भी है कि ऋषि कपूर फिलवक्त जिस तरह के किरदार निभा रहे हैं. वे फिल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट होकर भी लीड किरदारों पर भारी पड़ते हैं. फिर चाहे वह रॉफ लैला का किरदार हो, या औरंगजेब का. फिल्म चश्मे बद्दूर में उन्होंने जो हास्य किरदार निभाया है. वह भी अलग और मजेदार किरदार है. जल्द ही उनकी फिल्म डीडे रिलीज होगी, जिसमें वे बिल्कुल अलग एक डॉन के किरदार में है. हिंदी सिनेमा ने अब जाकर उनकी प्रतिभा का सम्मान करना शुरू किया है. ऋषि आने वाले समय में और एक मील का पत् थर साबित होंगे. जरूरत बस इतनी सी है कि उनके अभिनय का सम्मान हो और उन्हें अच्छे किरदार मिले
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