हाँ तुमसे ही कह रही हूँ मेरे जादूगर पापा
वह कौन सी जादू की छड़ी है तुम्हारे पास
जो झट से तुम चलाते हो.
पलक झपकाते ही हमारे सारे अरमान पूरी किये जाते हो
मेरे सचिन तेंदुलकर भी तुम, अमिताभ भी तुम
मेरे ऑल राउंडर पापा ,
तुम प्यार की वो कौन सी बाण चलाते हो
परेशानी ने तुम्हारा साथ न छोड़ा
पर फिर भी तुम हमेशा कैसे मुस्कुरा पाते हो
बताओ न मेरे जादूगर पापा
तुम ते सब कैसे कर पाते हो
बचपन में जब भी बजती थी स्कूटर की घंटी
हम सब डर जाते थे. कभी कभी तो हम तुम्हारी थप्पड़ भी खाते थे
लेकिन उस थप्पड़ में मिश्री सा स्वाद घुला है
तुम वो प्यार जताते हो.
मेरे जादूगर पापा
तुम ये सब कैसे कर पाते हो
हम तीन बेटियाँ हैं कितनी खास
तुम्हे ही तो कराया ये एहसास
अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो
ये विश्वास जगाते हो
मेरे जादूगर पापा
तुम ये सब कैसे कर पाते हो
हमने हमेशा किया है तंग
फिर भी तुम रहे हर दम संग
रिटायरमेंट के बाद भी
बुरे हालात में भी हमारी झोली खुशियों से भर जाते हो
मेरे जादूगर पापा
तुम ये सब कैसे कर पाते हो
मेरे सुरक्षा कवच, मेरे सच्चे दोस्त
तुम कहाँ से वो ऊर्जा पाते हो.
मुझे हमेशा राह दिखाने वाले
प्रकाश को तुम दूर तक फैलाते हो.
काश ! तुम सा ही हो मेरा जीवनसाथी
तुम्हे देख के मेरे पापा हर बार
तुम मुझमे ऐसे ही खवाब जगाते हो
बताओ न मेरे जादूगर पापा तुम ये सब कैसे कर पाते हो
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