20121015

मीनाक्षी की तरह ही हूं मैं : रानी


 
रानी मुखर्जी फिल्म अय्या से लंबे समय के बाद अलग अंदाज में नजर आ रही हैं.

रानी मुखर्जी का मानना है कि अय्या की मीनाक्षी उनकी तरह ही है. चूंकि रानी मुखर्जी भी वास्तविक जिंदगी में बहुत चुलबुली हैं.

फिल्म का किरदार
फिल्म बंटी बबली के बाद फिल्म अय्या में रानी मुखर्जी एक बार फिर शरारती छवि में दिख रही हैं. रानी का मानना है कि वह हास्य फिल्मों में स्वभाविक दिखती हैं. उनके आॅन स्क्रीन चरित्र सीमाक्षी देशपांडे और  उनमें बेहद समानता है. जो अपने माता पिता की पसंद के लड़के और अपने प्यार के लड़के और अपने प्यार के बीच फंस जाती है. मीनाक्षी जिससे प्यार करती है. वह एक दक्षिण भारतीय लड़का है. जबकि उसके माता पिता की पसंद का लड़का एक मराठी लड़का है. मैं दिल से रोमांटिक हूं और हास्य फिल्में पसंद करती हूं. इस फिल्म में मैं अपने नाटकीय व्यवहार को दिखा पायीं क्योंकि मीनाक्षी सपनों में जीनेवाली लड़की है. मुझे लगता है कि दर्शक मुझे शरारती भूमिकाओं में पसंद करते हैं.
फिल्म में डांस की खास तैयारी
बकौल रानी मुझे इस फिल्म में अपने अंदर छुपी डांसर को दिखाने का मौका मिला. मैंने इस फिल्म में वैभवी की मदद से कई नये नये तरीके के डांस किया है. खासतौर से मैंने बेली डांस के लिए बहुत मेहनत की है. मैं कहना चाहंूगी कि वैभवी ने मुझे बेहतरीन तरीके से डांस के स्टेप्स सिखाये हैं. और यही वजह है कि डीमम वेकपमम भी बेहतरीन डांस हैं.
खुशबू से प्यार
इस फिल्म का कांसेप्ट इस लिहाज से थोड़ा अलग है कि क्योंकि इस फिल्म में एक लड़की को किसी लड़के का दीवाना बनते दिखाया गया है और लड़की को लड़के के खुशबू से प्यार हो जाता है. और वह उसकी खुशबू से मग्न हो जाता है. इस फिल्म का कांसेप्ट जब सचिन मेरे पास लेकर आये थे तो मैं भी आश्चर्य में पड़ गयी थी कि यह कैसा कांसेप्ट है. लेकिन फिर भी मुझे लगा कि वाकई किस तरह कोई ऐसी कहानी भी बनाई जा सकती है.
मेरिल स्ट्रीप है मेरी आदर्श
मुझे लगता है कि बॉलीवुड में इन दिनों नये नये कांसेप्ट सामने आ रहे हैं और बॉलीवुड में सबकुछ नया हो रहा है. मैं अपना आदर्श मेरिल स्ट्रीप को मानती हैं और मंै चाहती हूं कि भविष्य में कभी उनकी तरह काम कर पाऊंगी और मुझे लगता है कि अब बॉलीवुड में ऐसे विषयों पर फिल्म बननी शुरू हो जायेगी.
महिला प्रधान फिल्में
मुझे लगता है कि अगर भारत की महिलाएं टिकट लेकर फिल्में देखने हॉल में जायें तो निश्चित तौर पर हिंदी फिल्मों में महिला प्रधान फिल्में बनेंगी. वैसे मैं बेहद खुश हूं कि अभी लगातार महिला प्रधान फिल्में आ रही हैं. यह दर्शा रहा है कि हिंदी सिनेमा में अब महिलाओं को लेकर कई विषयें सोचे जा रहे हैं.
शादी की प्लानिंग
यह प्रश्न मुझसे हमेशा पूछे जाते हैं तो मैं यह बता दूं कि हां मैं शादी करूंगी और अपने माता पिता की मर्जी से करूंगी. हां लेकिन कब करूंगी. यह बता नहीं सकती. वैसे मैं बस इतना चाहती हूं कि मेरे सपनों का राजकुमार जो भी हो वह अच्छा इंसान हो बस.
ख्वाहिशे
ख्वाहिश थी कि मां पापा के लिए एक घर बनाऊं. वो बना चुकी हूं अब चाहती हूं कि अपने पति के लिए घर संभालूं.देखती हूं यह कब तक पूरा होता है.
आदित्य से अफेयर
लोगों का काम है कहना. वे कहते रहें. मैं इस बारे में बस यही कहूंगी कि यह मेरा पर्सनल मैटर है. आदित्य ने निश्चित तौर पर मेरे करियर में एक गाइड की भूमिका निभायी है. सिर्फ आदि ही नहीं यश अंकल, शाहरुख़, आमिर से मैं हमेशा गाइडेंस लेती रही हूं. लेकिन हर दोस्त अपनी दोस्त की मदद करता है तो  इसे अफेयर का नाम देना उचित नहीं है.
खान से इक्वेशन
मैं लकी हूं कि बॉलीवुड में मेरे लगभग हर किसी से अच्छे संबंध हैं. शाहरुख खान मेरे अच्छे दोस्त हैं. सलमान ने भी मेरा सपोर्ट हमेशा किया है और आमिर की मैं हमेशा फैन रही हूं.उसके काम करने का अंदाज मुझे बेहद पसंद है और खुश हूं कि सभी आज अच्छा काम कर रहे हैं.
महिला दोस्तों पर
प्रीति की भी फिल्म आ रही है. उन्हें मेरी तरफ से आॅल द बेस्टÞ. मैं खुश हूं कि सभी काबिल अभिनेत्रियों को लगातार काम मिल रहे हैं और अब यह नहीं कहा जा सकता कि  अभिनेत्रियों के लिए काम करने के अवसर कम हो गये हैं.
करन जौहर क ीफिल्में
यह सच है कि करन जौहर ने ही मुझे बड़ा ब्रेक दिया. वह आज भी अच्छे दोस्त हैं. लेकिन दोस्ती का मतलब नहीं कि मैं जाकर उनसे काम मांगू.वे जो सम्मान मुझे देते हैं. उससे मैं खुश हूं. इंडस्ट्री में कम ही अच्छे और सच्चे दोस्त मिलते हैं. करन उनमें से एक हैं. सो, मैं लकी हूं. उनका साथ पाकर.
तलाश का इंतजार
आमिर खान के साथ काफी दिनों के बाद मैंने तलाश में काम किया है. फिल्म में एकदम चौंकानेवाला किरदार है. अब देखना यह है कि दर्शक मुझे इस फिल्म में कितना पसंद करते हैं

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