श्रीदेवी 15 सालों के बाद बड़े परदे पर वापसी कर रही हैं. फिल्म इंग्लिश-विंग्लिश से. श्रीदेवी इसे लेकर बेहद उत्साहित भी हैं. इस फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में वे लगातार शहरों के भ्रमण कर रही हैं. शायद यह श्रीदेवी के लिए पहला अनुभव होगा. जब वे किसी फिल्म के प्रमोशन में इस कदर जुटी हैं. चूंकि जिस दौर में वे सक्रिय थीं. उस वक्त फिल्मों के प्रमोशन के तरीके ये थे ही नहीं. श्रीदेवी अपने आप में अभिनय की इंस्टीटयूशन मानी जाती हैं. खुद काजोल मानती हैं कि श्रीदेवी को एक ऐसा संस्थान खोलना चाहिए, जहां जाकर कलाकार केवल श्रीदेवी से यह सीख सकें कि चेहरे से अभिनय कैसे हो सकता है. दरअसल, हकीकत भी यही है कि श्रीदेवी उन अभिनेत्रियों में से एक रही हैं, जिन्होंने ग्रे, सामान्य और कॉमेडी किरदारों में हमेशा जान डाली है. वे अधिक रिहर्सल नहीं करतीं. लेकिन कैमरा आॅन होने के बाद आप किसी श्रीदेवी को ही पायेंगे. फिल्म इंग्लिश-विंग्लिश में भी श्रीदेवी ने कई जगह अपनी भावनाओं को अपने चेहरे के एक्सप्रेशन से ही दर्शाया है. हाल ही में जब वह झलक दिखला जा के सेट पर आयी थीं तो करन जौहर ने उनसे पूछा था कि वह डांस, रोमांस, कॉमेडी और नेगेटिव में किस जॉनर को चुनना चाहेंगी. उन्होंने कहा था कि उन्हें हमेशा से कॉमेडी फिल्में करने में आनंद आता रहा है. दरअसल, हिंदी सिनेमा में वाकई श्रीदेवी जैसी हास्य प्रधान अभिनेत्री मिलना मुश्किल है. चालबाज, मिस्टर इंडिया और यहां तक की चांदनी जैसी रोमांटिक फिल्म में भी यश ने श्रीदेवी से कॉमेडी कराई है. यह दर्शाता है कि कॉमेडी हमेशा श्रीदेवी की प्राथमिकता रही है. इंग्लिश-विंग्लिश में श्रीदेवी का वह हास्य अंदाज छिटपुट ही नजर आयेंगे. लेकिन बतौर घरेलू महिला शशि यानी श्रीदेवी आम महिलाओं को प्रभावित करेंगी.
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20121006
श्रीदेवी की सेकेंड इनिंग का श्रीगणेश
श्रीदेवी 15 सालों के बाद बड़े परदे पर वापसी कर रही हैं. फिल्म इंग्लिश-विंग्लिश से. श्रीदेवी इसे लेकर बेहद उत्साहित भी हैं. इस फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में वे लगातार शहरों के भ्रमण कर रही हैं. शायद यह श्रीदेवी के लिए पहला अनुभव होगा. जब वे किसी फिल्म के प्रमोशन में इस कदर जुटी हैं. चूंकि जिस दौर में वे सक्रिय थीं. उस वक्त फिल्मों के प्रमोशन के तरीके ये थे ही नहीं. श्रीदेवी अपने आप में अभिनय की इंस्टीटयूशन मानी जाती हैं. खुद काजोल मानती हैं कि श्रीदेवी को एक ऐसा संस्थान खोलना चाहिए, जहां जाकर कलाकार केवल श्रीदेवी से यह सीख सकें कि चेहरे से अभिनय कैसे हो सकता है. दरअसल, हकीकत भी यही है कि श्रीदेवी उन अभिनेत्रियों में से एक रही हैं, जिन्होंने ग्रे, सामान्य और कॉमेडी किरदारों में हमेशा जान डाली है. वे अधिक रिहर्सल नहीं करतीं. लेकिन कैमरा आॅन होने के बाद आप किसी श्रीदेवी को ही पायेंगे. फिल्म इंग्लिश-विंग्लिश में भी श्रीदेवी ने कई जगह अपनी भावनाओं को अपने चेहरे के एक्सप्रेशन से ही दर्शाया है. हाल ही में जब वह झलक दिखला जा के सेट पर आयी थीं तो करन जौहर ने उनसे पूछा था कि वह डांस, रोमांस, कॉमेडी और नेगेटिव में किस जॉनर को चुनना चाहेंगी. उन्होंने कहा था कि उन्हें हमेशा से कॉमेडी फिल्में करने में आनंद आता रहा है. दरअसल, हिंदी सिनेमा में वाकई श्रीदेवी जैसी हास्य प्रधान अभिनेत्री मिलना मुश्किल है. चालबाज, मिस्टर इंडिया और यहां तक की चांदनी जैसी रोमांटिक फिल्म में भी यश ने श्रीदेवी से कॉमेडी कराई है. यह दर्शाता है कि कॉमेडी हमेशा श्रीदेवी की प्राथमिकता रही है. इंग्लिश-विंग्लिश में श्रीदेवी का वह हास्य अंदाज छिटपुट ही नजर आयेंगे. लेकिन बतौर घरेलू महिला शशि यानी श्रीदेवी आम महिलाओं को प्रभावित करेंगी.
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बेहतरीन समझ के साथ बेहद सही समीक्षा
ReplyDeletecomment box ko robot pranali se mukt kariyega?
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