हाल ही में हेमा मालिनी ने एक नयी पारी की शुरुआत की है. उन्होंने पहली बार प्लेबैक सिंगिंग किया है. इस मौके की खास बात यह थी कि अरसे बाद इस एलबम की लांचिंग में शोले की पूरी टीम ने शिरकत की. याद हो, कि हाल ही में शोले ने 75 वर्ष पूरे किये थे. लेकिन फिल्म की इतनी बड़ी कामयाबी के दिन भी यह टीम एक साथ नहीं आयी थी. सो, सिनेप्रेमियों के लिए यह शाम खास रही. खास बात यह भी थी कि जया, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा और रमेश सिप्पी सभी बेहद मजाकिया अंदाज में नजर आये. और एक दूसरे से तुकबंदी करते हुए जिस तरह चारों कलाकार बातें कर रहे थे, इससे स्पष्ट होता है कि उस दौर में इन सभी की किस तरह से टयूनिंग रही होगी और कितने किस्से बनते होंगे. अमिताभ यह बात कई बार दोहरा चुके हैं कि वे और धर्मेंद्र जूहू में बिल्कुल निकट रहते हैं. अमिताभ अगर जोर से चिल्ला दें तो धर्मेंद्र उनकी आवाज सुन लेंगे. दोनों के घर में इतनी ही दूरी है. लेकिन फिर भी वे कभी घर पर नहीं मिल पाते. अमिताभ जब जब यह बात दोहराते हैं, जेहन में एक बात आती है. कल्पना कीजिए, वाकई ये कलाकार सभी झंझावातों से दूर एक दिन खुद के लिए निकालें और चुपके-चुपके की थीम पर छुप्पन छुप्पाई का खेल खेलें. तो कभी धर्मेंद्र उन्हीं के घर में बने किसी स्टैचू से पीछे से आकर कुछ बोलें और जवाब में हेमा कहतीं क्योंकि ये कौन बोला. अमिताभ जया को अपनी बगिया में लगे पेड़ पौधों के गुणों के बारे में जया को बता रहे होते और हेमा व जया सुनहरी धूप में इस दृश्य का मजा लेते नजर आयें तो वाकई यह कितना सुकून देने वाला दृश्य होता है. लेकिन यह हकीकत है कि यह सिर्फ कल्पनाओं में ही मुमकिन है. यह एक सिनेप्रेमी की चाहत भर ही है.बहरहाल,तमाम बातों के बावजूद जब जब ये कलाकार साथ आयेंगे, इनका खुमार सिर चढ़ कर ही बोलेगा.
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20160217
टीम शोले एक साथ
हाल ही में हेमा मालिनी ने एक नयी पारी की शुरुआत की है. उन्होंने पहली बार प्लेबैक सिंगिंग किया है. इस मौके की खास बात यह थी कि अरसे बाद इस एलबम की लांचिंग में शोले की पूरी टीम ने शिरकत की. याद हो, कि हाल ही में शोले ने 75 वर्ष पूरे किये थे. लेकिन फिल्म की इतनी बड़ी कामयाबी के दिन भी यह टीम एक साथ नहीं आयी थी. सो, सिनेप्रेमियों के लिए यह शाम खास रही. खास बात यह भी थी कि जया, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा और रमेश सिप्पी सभी बेहद मजाकिया अंदाज में नजर आये. और एक दूसरे से तुकबंदी करते हुए जिस तरह चारों कलाकार बातें कर रहे थे, इससे स्पष्ट होता है कि उस दौर में इन सभी की किस तरह से टयूनिंग रही होगी और कितने किस्से बनते होंगे. अमिताभ यह बात कई बार दोहरा चुके हैं कि वे और धर्मेंद्र जूहू में बिल्कुल निकट रहते हैं. अमिताभ अगर जोर से चिल्ला दें तो धर्मेंद्र उनकी आवाज सुन लेंगे. दोनों के घर में इतनी ही दूरी है. लेकिन फिर भी वे कभी घर पर नहीं मिल पाते. अमिताभ जब जब यह बात दोहराते हैं, जेहन में एक बात आती है. कल्पना कीजिए, वाकई ये कलाकार सभी झंझावातों से दूर एक दिन खुद के लिए निकालें और चुपके-चुपके की थीम पर छुप्पन छुप्पाई का खेल खेलें. तो कभी धर्मेंद्र उन्हीं के घर में बने किसी स्टैचू से पीछे से आकर कुछ बोलें और जवाब में हेमा कहतीं क्योंकि ये कौन बोला. अमिताभ जया को अपनी बगिया में लगे पेड़ पौधों के गुणों के बारे में जया को बता रहे होते और हेमा व जया सुनहरी धूप में इस दृश्य का मजा लेते नजर आयें तो वाकई यह कितना सुकून देने वाला दृश्य होता है. लेकिन यह हकीकत है कि यह सिर्फ कल्पनाओं में ही मुमकिन है. यह एक सिनेप्रेमी की चाहत भर ही है.बहरहाल,तमाम बातों के बावजूद जब जब ये कलाकार साथ आयेंगे, इनका खुमार सिर चढ़ कर ही बोलेगा.
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