20120721

मेरे फैन्स मुझसे कोई नहीं छीन सकता

orginally publishd in prabhat khabar
राजेश खन्ना ने कुछ दिनों पहले ही एक पंखे की कंपनी के विज्ञापन में कहा
था कि मेरे फैन्स मुझसे कोई नहीं छीन सकता. कॉरपोरेट जगत में इस विज्ञापन
की बहुत खिल्ली उड़ाई गयी थी. विशेषज्ञों का मानना था कि अब राजेश खन्ना
में वह बात नहीं रही और उन्हें किसी प्रोडक्ट का ब्रांड अंबैस्डर बनाना
सही नहीं. लेकिन यह आर बाल्की की सोच का ही नतीजा था और उनके विश्वास का
कि उन्होंने किसी की बात नहीं मानी और राजेश खन्ना को श्रद्धाजंलि के रूप
में ही यह विज्ञापन दे दिया. यह सच है कि ग्लैमर की दुनिया में कुछ दिन
की जिंदगी का सफर तो सुहाना होता है. लेकिन यहां कल क्या हो, किसी ने
नहीं जाना है . राजेश खन्ना ने भी कभी नहीं सोचा था कि किसी दौर में उनकी
एक मुस्कान व झलक पाने के लिए बेकरार रहनेवाले फैन किसी दौर में उनका साथ
छोड़ देंगे. इसके बावजूद राजेश खन्ना को अपने फैन पर भरोसा था और उनका यह
भरोसा भले ही उनकी जिंदगी से कुछ सालों बाद विलुप्त हो गयी. लेकिन जिंदगी
से जाने के बाद उन्हें उनके वे फैन वापस मिल गये. मुंबई में मैंने अपने 3
साल के समय में पहली बार किसी सिने जगत की हस्ती के अंतिम दर्शन के लिए
ऐसी भीड़ देखी. कार्टर रोड से लेकर विले पार्ले तक मुंबईवासी उनके दर्शन
के लिए उमड़ पड़े थे. विशेष कर बुजुर्गो की संख्या सबसे अधिक थी. महिलाएं
भी बड़ी तादाद में थी और सभी की आंखें नम थी. राजेश खन्ना ने अंतिम शब्द
कहे टाइम हो गया है. पैक अप. और उन्होंने अंतिम सांसें डिंपल कपाड़िया के
हाथों में ली. अक्षय कुमार ने इसी वर्ष धूमधाम से ससुर के लिए दावत का
आयोजन किया था. अपनी जिंदगी में तो नहीं, लेकिन अपनी अंतिम विदाई में
उन्हें अपनों का साथ मिल गया. एक सुपरस्टार के लिए उनके फैन भी तो अपने
परिवार का ही हिस्सा होते हैं. सो, काका को निश्चितरूप से संतुष्टि मिली

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