20120704

किसी की मुस्कुराहटों पर निसार चार्ली


मशहूर  हास्य कलाकार चार्ली चैप्लीन एक बार फिर से एनिमेटेड रूप में दर्शकों के सामने आने जा रहे हैं. पोगो चैनल पर चैप्लीन के हास्य टीवी सीरीज का एनिमेटेड रूप फिर से प्रसारित किया जा रहा है. शो की खासियत यह रहेगी कि यह सीरीज साइलेंट रहेगी. चूंकि चैप्लीन की सीरीज किसी दशक में साइलेंट ही हुआ करती थी. निस्संदेह कहा जा सकता है कि चैप्लीन उन सुपरसितारा शख्यिसत में से एक हैं, जिनकी लोकप्रियता कभी धुमिल नहीं हुई. जिस दौर में वे स्वंय सक्रिय थे. उस दौर में भी दर्शक उन्हें प्यार करते थे और उनकी मृत्यु के बाद भी उन्हें और अधिक प्यार मिला. किसी भी कलाकार के लिए यही सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उनकी मृत्यु के बावजूद लोग उनके काम की प्रशंसा करे. लोग उन्हें याद करें.आज भी मेकर्स महसूस करते हैं कि चैप्लीन की सीरीज में वही ताजगी है, जो वर्तमान दौर के दर्शकों को भी प्रभावित करेगी. दरअसल, चैप्लीन की लोकप्रियता उनकी कला के प्रति ईमानदारी की वजह से रही. वे क्रियेटर रहे. उन्होंने नकल करने की बजाय खुद अपनी कमियों को खूबियों में बदल डाला.छोटा कद, सामान्य से चेहरे वाले चैप्लीन से ही दुनिया को हास्य का नया पाठ पढ़ाया. चार्ली ही उन शख्सियत में से एक थे. जिन्होंने एडॉफ हिटलर के चेहरे पर ही मुस्कुराहट ला दी थी. ऐसा नहीं था कि चार्ली की जिंदगी में कोई गम नहीं देखा था. बल्कि वे दुख, बदहाली के बीच ही बड़े हुए थे. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने दुनिया को हंसाया. फिल्म अनाड़ी का यह गीत किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार गीत की प्रेरणा शायद राजकपूर को चार्ली से ही मिली थी. चूंकि चार्ली ने ताउम्र दूसरों के चेहरे पर ही मुस्कुराहट लाने का काम किया. ताउम्र लोगों का मनोरंजन किया. उनके लिए जीना इसी का नाम था. 

2 comments:

  1. अपनी आत्मकथा में चार्ली ने अपने कामों के बारे में लिखा है - 'अब मैं बहुधंधी हो चला था, झाड़-फानूस की दुकान का नौकर होने से लेकर बिस्कुट, साबुन और मोमबत्ती तक बेचता था। एक डॉक्टर के यहाँ भी मैंने काम किया, जहाँ मुझे मरीजों के पेशाब के बर्तन धोने पड़ते थे। दस-दस फुट ऊँची खिड़कियाँ भी धोना होता था। एक दिन यह कहकर कि अभी मैं इस काम के लिए बहुत छोटा हूँ, मुझे हटा दिया गया।

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  2. मौन सदैव शब्दों से प्रभावशाली होता है

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