20120705

अहम् है आप जो भी करें. कुशलता से करें...क्यूंकि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता


धारावाहिक दीया और बाती हम में दिल्ली के बारे में अपनी पढ़ी लिखी बीवी की बातें सुनकर सूरज शांत हो जाता है. वह पूछता है कि संध्या जी आप तो कभी दिल्ली गयी नहीं तो आपको कैसे इतना सब कुछ पता. संध्या कहती है कि सूरज जी ये तो किताबों में लिखा होता है सबको पता होता है. लेकिन चूँकि सूरज ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं. वह दुखी हो जाता है. तब संध्या उससे पूछती है कि सूरज जी ये बताइए दिल्ली की मशहूर मिठाई कौन सी है. सूरज के चेहरे पे चमक आ जाती है. वह फटाफट न केवल दिल्ली के स्पेशल मिठाइयों की बल्कि पूरे भारत की स्पेशल मिठाइयों की फेहरिस्त के बारे में बता देता है. तब संध्या उन्हें समझाती है कि यह जरूरी नहीं कि हर व्यक्ति को हर जानकारी हो.लेकिन आप जो काम करते हैं उसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चहिये. आप हलवाई हैं तो आपके लिए यह जरूरी है कि आपको मिठाइयों का ज्ञान हो. दरअसल यही हकीकत भी है. किताबी ज्ञान होने से ही आप ज्ञानी नहीं बनते. अहम् यह कि आप जो काम कर रहे हैं उसके बारे में आपको कितनी जानकारी है. आप उसमे खुद को कितना अपडेट रखते हैं. कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता.

2 comments:

  1. क्या खूबसूरत बात कही है. आभार.

    ReplyDelete
  2. टिपण्णी करने के लिए वर्ड वेरिफिकेशन यातना से कम नहीं होता. कृपया हटा दें इससे कोई फायदा भी नहीं होता.

    ReplyDelete