20120113

रिश्तों के कद्रदान सुपरस्टार्स



सुपरस्टार की जिंदगी जितनी व्यस्त होती है, उतनी ही व्यस्त जिंदगी उनके साथ तैनात उनके अस्टिटेंट, मेकअपमैन, हेयर ड्रेसर, बॉडीगार्ड की भी होती है. लेकिन ये सभी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं. यही वजह है कि अपने लिए काम करने वाले इन ईमानदार लोगों को कई सुपरस्टार कॅरियर के शुरुआती दौर से अब तक खुद के साथ जोड़े हुए हैं.
यही नहीं उनकी ईमानदारी और काम के प्रति समर्पण की कद्र करते हुए ये स्टार्स न सिर्फ़ उनका ख्याल रखते हैं, बल्कि जब भी मौका मिलता है, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. क्योंकि स्टार्स भी जानते हैं कि ऐसे लोग जीवन में बहुमूल्य हैं. उनकी कामयाबी इन लोगों के सहयोग व आत्मीयता के बिना संभव नहीं. अपने साथ काम कर रहे लोगों की कद्र करने वाले कुछ ऐसे ही कद्रदान स्टार्स पर अनुप्रिया अनंत की पारखी नजर
बॉलीवुड में प्राय: ऐसी खबरें आती हैं कि स्टार्स अपने साथ काम कर रहे मेकअपमैन या फ़िर सहयोगियों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करते. जबकि हकीकत यह है कि एक बार अगर ऐसे लोगों ने अपने काम से स्टार्स को खुश कर दिया, तो वे वर्षो उनका साथ नहीं छोड़ते और जरूरत पड़ने पर बिना किसी लाभ के उनकी मदद भी करते हैं.
विश्वास का ताना-बाना
अमिताभ -दीपक सावंत, मेकअपमैन
हिंदी सिने जगत में लंबा सफ़र तय कर चुके अमिताभ बच्चन अपना ख्याल रखने वालों को खास तरजीह देते हैं. यही वजह है कि जब उनके मेकअप मैन दीपक सावंत ने उनसे अपनी एक फ़िल्म में काम करने का आग्रह किया तो अमिताभ तुरंत राजी हो गये और बिना किसी मेहनताने के उन्होंने फ़िल्म में काम किया. अमिताभ बच्चन से दीपक सावंत का जुड़ाव वर्ष 1973 में हुआ था. फ़िल्म जंजीर से लेकर अब तक वे हर कदम पर अमिताभ के साथ हैं. बकौल दीपक अमित जी से पहली मुलाकात रास्ते का पत्थर के दौरान हुई थी. इस फ़िल्म के लिए शत्रुघ्न सिन्हा को पर्सनल मेकअपमैन दिया गया था, लेकिन अमित जी को नहीं. तब मुझे उनका मेकअप करने को कहा गया. उस वक्त अमित जी मेरे काम से इतने खुश हुए कि उन्होंने कहा कि अगर वह कभी किसी मेकअपमैन को अपने साथ जोड़ेंगे, तो वह मैं रहूंगा. इतने लंबे अरसे से उनके साथ काम करने के बावजूद मुझे यह महसूस होता है कि वह आज भी नहीं बदले. वे अपने काम के प्रति उसी तरह समर्पित हैं.
रिश्ते जब परिपक्व होते हैं, तो कभी-कभी कई गलतफ़हमियां भी हो जाती हैं. इसलिए, मुझे जीवन में हमेशा इस बात का दुख रहेगा कि मैं अमित जी के साथ उस वक्त नहीं था, जब वह कुली के दौरान घायल हुए थे. उस दौरान हमारे बीच कुछ गलतफ़हमियां आ गयी थीं. मैंने चार सालों तक उनके साथ काम नहीं किया था.
वर्ष 1989 में जादूगर के दौरान जब उन्हें दाढ़ी लगानी थी और कुछ परेशानी आ रही थी. उस वक्त अमित जी ने खुद कॉल करके मुझे बुलाया. तब से लेकर अब तक मैं उनके साथ हूं. मुझे इस बात की सबसे अधिक खुशी है कि अमित जी मुझ पर विश्वास करते हैं. यह उनके विश्वास का ही नतीजा है कि जब उन्हें मैंने अपनी मराठी फ़िल्म अक्का में अभिनय करने को कहा, तो उन्होंने तुरंत हां कह दिया. न सिर्फ़ अमित जी ने बल्कि जया जी ने भी फ़िल्म में कुछ सीन फ़िल्माये थे.
फ़िल्म की पब्लिसिटी के लिए भी वे आगे आये थे. जब अमितजी ने कुछ सालों के लिए गैप लिया था, उस वक्त मैंने भी इंडस्ट्री छोड़ दी थी, क्योंकि मैं उन्हें नहीं छोड़ सकता था. आखिर वे मेरा इतना ख्याल रखते हैं. एक बार वे मेरे साथ उत्तर प्रदेश गये थे. वहां मैंने देखा कि लोगों में उन्हें लेकर बहुत क्रेज है. इसलिए, मैंने एक भोजपुरी फ़िल्म बनाने की सोची. मैंने एक स्क्रिप्ट लिखी. स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद उन्होंने कहा दीपक फ़िल्म अच्छी बनेगी. जाओ तैयारी शुरू करो.
जिस दिन मेरी फ़िल्म का मुहूर्त था, मैं उनके साथ केबीसी के सेट पर था. वे मुझे देख कर दंग रह गये कि मैं अपनी फ़िल्म के मुहूर्त में क्यों नहीं गया. उन्होंने तुरंत रवि किशन को फ़ोन करके कहा, अच्छे से काम करना, दीपक मेरे साथ हैं. उन्होंने बीमार होने के बावजूद मेरी फ़िल्म में लगभग 27 सीन व 3 गानों की शूटिंग तीन दिनों में पूरी की थी. फ़िल्म को अच्छी लोकप्रियता मिली थी. मैं खुशनसीब हूं कि मुझे अमित जी जैसे नेक दिल इंसान के साथ काम करने का मौका मिला है. मैं जल्द ही उन्हें लेकर एक और फ़िल्म बनाऊंगा. मुझे पता है कि वह मेरा साथ देंगे.
शोले की शूटिंग के दौरान दीपक को मैंने एक सीन में मेकअप करने को कहा, जिसमें मेरे कंधे से खून बहते दिखाना था. दीपक ने जैसा मेकअप किया था उसे देख कर जया जी को लगा था कि वाकई मेरे हाथ से खून बह रहा है. वह चिल्लाने लगी थीं. लेकिन मैंने मुस्कुरा कर कहा कि दीपक यह तुम्हारी कामयाबी है कि तुम्हारा काम काल्पनिक नहीं वास्तविक लग रहा है.
-अमिताभ बच्चन-
बड़े भाई जैसा भरोसा
माधुरी दीक्षित-रिक्कू राकेशनाथ, सेक्रेटरी
रिक्कू राकेशनाथ से अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का जुड़ाव फ़िल्म अबोध के दौरान हुआ था. बकौल रिक्कू मैं धर्मेद्र का फ़ैन था, इसलिए मैं उन्हें देखने के साथ फ़िल्में बनाने का सपना लेकर होशियारपुर से मुंबई आ गया. साथ में लगभग 3 लाख रुपये लेकर आया था. यहां आने के बाद वह सब खर्च हो गये. धीरे-धीरे रंजीता कौर, सलमा आगा व कपूर खानदान के साथ काम करने का मौका मिला. इसी दौरान माधुरी का साथ मिला. माधुरी ने हमेशा मेरा साथ दिया और मेरी फ़िल्मों में बिना किसी मेहनताने के काम किया. उन्होंने मेरे साथ मेरी निर्देशित फ़िल्म मोहब्बतें में काम किया. फ़िर गज गामिनी व दिल तेरा ओशक में भी वे मेरे साथ काम करने को तैयार हुईं. उस वक्त माधुरी सुपरस्टार थीं लेकिन यह उनकी नेकी है कि उन्होंने मेरे साथ काम करने के लिए वक्त निकाला. माधुरी मुझ पर बड़े भाई की तरह विश्वास करती हैं. मुझे खुशी है कि मेरे कहने पर माधुरी ने साजन, मृत्युदंड व संगीत जैसी फ़िल्में की थीं.
रिक्कू के साथ होने से मुझे किसी बात की फ़िक्र करने की जरूरत नहीं होती. मैं उनकी बहुत कद्र करती हूं क्योंकि उनकी वजह से ही मेरी इमेज बन पायी. वे जानते हैं कि मेरे लिए क्या अच्छा है, क्या बुरा. उन्होंने मुझे कभी धोखा नहीं दिया. किसी स्टार के लिए यह बहुत मुश्किल होता है कि वह एक-एक पल की खबर रखें. ऐसे में कोई व्यक्ति आपकी इतनी चिंता करे, तो वह आपके परिवार के सदस्य से कम नहीं होता.
-माधुरी दीक्षित-
दोस्ती भी रखती है मायने :
कट्रीना कैफ़ - सुभाष सिंह ( मेकअपमैन ) पोमिला हंटर ( हेयर डिजाइनर )
सुभाष सिंह कट्रीना के साथ तब से हैं, जब से कट्रीना ने फ़िल्मी कॅरियर की शुरुआत की. बकौल सुभाष यह सच है कि मैं फ़िल्म का निर्माण करने जा रहा हूं, और कट्रीना ने बिजी होने के बावजूद तीन महीने मेरे लिए निकाले हैं. किसी स्टार के लिए यह बड़ी बात है, साथ ही वह मुझसे कोई मेहनताना भी नहीं ले रहीं. उम्मीद है कि उनका सहयोग मेरे लिए लकी साबित हो. सुभाष व कट्रीना में बहुत अच्छी दोस्ती भी है. कट्रीना कहीं भी बिना सुभाष के नहीं जातीं. क्योंकि वे जानती हैं कि सुभाष को पता है कि किस तरह के मेकअप से उनका चेहरा निखरेगा. कुछ इसी तरह कट्रीना अपनी हेयर डिजाइनर का भी साथ दे रही हैं. वे हेयर डिजाइनर पोमेला हंटर की फ़िल्म मैं कृष्णा हूं में एक छोटी सी भूमिका निभा रही हैं. साथ ही फ़िल्म में एक गीत पर डांस भी कर रही हैं.मेरे जिस चेहरे से लोग प्यार करते हैं उसे निखारने में सुभाष ने हमेशा साथ दिया है. उन्होंने मेरे लुक का हमेशा ख्याल रखा है. इस बार मेरी बारी है. मैं आशा करती हूं कि वह बेहतरीन फ़िल्म का निर्माण करें. पोमिला ने हमेशाख्याल रखा है कि बालों का ऐसा लुक दें कि मेरे व्यक्तित्व से मेल खाये. वे फ़िल्म ‘मैं कृष्णा हूं ’ का निर्माण कर रही हैं. मैं उनके साथ हूं.
कट्रीना
भाई के लिए जान हाजिर :
सलमान खान- शेरा, बॉडीगार्ड
सलमान खान व शेरा पिछले 15 सालों से साथ में है. इन 15 सालों में शेरा ने हर कदम पर वफ़ादारी से सलमान का साथ दिया है. इसलिए जब सलमान को मौका मिला, तो उन्होंने फ़िल्म बॉडीगार्ड पूरी तरह से शेरा को समर्पित कर दी. फ़िल्म का फ़र्स्ट लुक उनके हाथों से जारी करवाया. साथ ही फ़िल्म में उन पर दृश्य भी फ़िल्माये. बकौल शेरा, वह मेरे बॉस, ब्रदर और दोस्त हैं. उनके लिए मैं जान भी दे सकता हूं. वे मुझे अपना कर्मचारी नहीं, परिवार का सदस्य समझते हैं. मेरे लिए यह काफ़ी बड़ी बात है.
शेरा कभी भी चाहे तो मेरी बैंड बजा सकता है, क्योंकि वह हमेशा मेरे साथ रहा है और उसे मेरे जीवन के सारे राज मालूम हैं. लेकिन मुझे पता है कि वह ऐसा करेगा नहीं, क्योंकि हमारा रिश्ता प्यार का है.
-सलमान खान-
आमिर ने दिया पूरा साथ:
आमिर खान- रीमा कागती, लगान फ़िल्म की अस्सिटेंट निर्देशक
आमिर खान से रीमा कागती का जुड़ाव फ़िल्म लगान के दौरान हुआ था. उस वक्त रीमा आशुतोष को बतौर फ़र्स्ट अस्सिटेंट निर्देशक अस्सिट कर रही थीं. आमिर खान ने फ़िल्म 3 इडीयट्स के बाद पूरी तरह से किसी फ़िल्म को पूरा समय दिया है, तो वह कागती की ही फ़िल्म है. सभी जानते हैं कि आमिर सोच समझकर ही फ़िल्म करते हैं, ऐसे में उन्होंने रीमा पर विश्वास किया. बकौल रीमा आमिर के साथ लगान में काम करने के दौरान ही मैं समझ चुकी थी कि वे किस मिजाज के व्यक्ति हैं. मेरी हमेशा से इच्छा रही थी कि उनके साथ फ़िल्म बनाऊं. मैंने जब उन्हें स्क्रिप्ट सुनाई, तो वे न सिर्फ़ तैयार हुए, बल्कि उन्होंने निर्माण के लिए भी हां कह दिया. फ़िल्म की पूरी शूटिंग के दौरान मुझे आमिर के धैर्य को देख कर लगा कि वाकई वही यह कमाल दिखा सकते थे.
अब तक मैंने अपने कॅरियर में कोई सस्पेंस थ्रिलर नहीं की थी. मुझे बेहद खुशी हुई कि रीमा पहली ऐसी निर्देशिका थीं, जिन्होंने मुझे लेकर ऐसी कहानी सोची और मुझे उन पर पूरा भरोसा है.
-आमिर खान

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