20160118

वाह, क्या सेंस आॅफ ह्ुमर है


एक एंटरटेनमेंट चैनल ने एक कॉमेडी शो के अंतिम एपिसोड का प्रसारण इस वजह से नहीं किया, चूंकि उस कॉमेडी शो के प्रमुख से उनकी अनबन हो गयी है. इस कॉमेडी शो को लगातार कई सालों से लोकप्रियता  हासिल हुई है और शो के सारे किरदारों ने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है. शो के कई किरदार आइकॉनिक बने. बॉलीवुड का हर सितारा इस शो में इस वजह से ही शिरकत करता था, चूंकि यह टेलीविजन के सबसे कामयाब शोज में से एक था. ऐसे में एक हास्य शो का अंत यह होगा, यह उम्मीद नहीं थी. अंत भला तो सब भला. शो के होस्ट ने इस शो के अंतिम एपिसोड के माध्यम से दर्शकों के प्रति अपना आभार प्रकट करने की तैयारी की थी. चूंकि शुरुआत बेहतरीन हो और उसका अंत भी उसी खूबसूरती से किया जाये तो वह लम्हा खास हो जाता है. इसमें कोई संदेह नहीं कि इस शो ने किसी चैनल की वजह से लोकप्रियता हासिल नहीं की. उन्होंने अपने व अपने सहयोगी कलाकारों की वजह से यह लोकप्रियता हासिल की है.लेकिन आपसी अनबन की वजह से उनसे वह आखिरी मौका छीनना, चैनल की क्रूरता का परिचय है. यह हकीकत है कि पलरा हमेशा उन्हीं का भारी होता है, जिनके पास धन हैं. यह पहला विवाद नहीं,जब क्रियेटिव शक्ति के सामने आर्थिक रूप से शक्तिशाली व्यक्ति की जीत हुई है. लेकिन चैनल कम से कम अपनी तरफ से इतनी आत्मीयता तो दर्शा ही सकता था, कि शो को एक खूबसूरत विराम के साथ विदाई दी जाये. चैनल को लोकप्रिय शोज की वजह से विज्ञापन हासिल होते हैं. शो की लोकप्रियता से चैनल ने लंबे समय तक मुनाफा कमाया है. लेकिन एक हास्य शो का यह हश्र दर्शाता है और कई हकीकत को बयां करता है कि यहां रिश्ते कितने दिखावटी हैं. कीकू शारदा की गिरफ्तारी से अगर एक कलाकार का अपमान होता है तो यह भी अपमान ही है. और अगर कोई चैनल अपनी शक्ति दिखा कर कमजोर पक्ष पर खुश है तो हकीकत यह है कि उनका यह सेंस आॅफ हुमर कमाल का है.

No comments:

Post a Comment