हाल ही में एक न्यूज चैनल में एक सुपरस्टार को आमंत्रित किया गया था. यह सुपरस्टार किसी फिल्मी बैकग्राउंड से संबंध नहीं रखते हैं. उन्होंने खुद अपनी पहचान बनायी है. अपनी मेहनत के बलबूते.उनसे बातचीत के दौरान मशहूर पत्रकार ने कई सवाल पूछे. मगर कुछ सवालों में पत्रकार कुछ इस कदर अभिनेता से पेश आ रहे थे. जैसे अभिनेता का कोई मुकाम ही न हो. अक्सर यह होता है कि हम पत्रकार इस सोच के साथ किसी अभिनेता या अभिनेत्री का साक्षात्कार करते हैं, जैसे हमने जिंदगी में बहुत बड़ा मुकाम हासिल कर रखा है. और सेलिब्रिटीज ने कुछ किया ही न हो. हां, यह सही है कि एक पत्रकार की भी यह जिम्मेदारी है कि वे किसी भी अभिनेता या अभिनेत्री से मंत्रमुग्ध होकर उनके मनमुताबिक न सवाल करे और न ही उनके जवाब पर हामी भरे. और न ही जी हुजूरी करे. लेकिन यह बात तो जरूर याद रखी जानी चाहिए कि उस शख्सियत ने भी भीड़ से अलग अपनी पहचान बनाई है. उनसे तीखे सवाल किये जायें. लेकिन व्यवहार तीखा नहीं होना चाहिए. मुमकिन है कि आप बहुत जानकार हैं, देश दुनिया के बारे में भी आपको तमाम जानकारियां हासिल हैं. आप बुद्धिजीवी वर्ग से हैं. लेकिन व्यवहार में आपका तीखापन यह दर्शाता है कि आप इस पूर्वाभास में होते हैं कि सिनेमा इंडस्ट्री के लोगों के पास समझ ही नहीं होती. अक्सर स्टार्स की हर बात का मतलब उनकी फिल्म की रिलीज से जोड़ दिया जाता है. यह हकीकत है कि स्टार्स भी अपनी फिल्म के प्रोमोशन के वक्त ही मीडिया से अधिक रूबरू होते. लेकिन कुछ फिल्में वाकई उनके दिल के करीब भी होती है और कभी कभी वे माहौल के अनुसार भी अपनी बातें करते हैं. खास कर नये कलाकारों के साथ बातचीत के दौरान मीडिया उन्हें कम आंकने का कोई मौका नहीं छोड़ती, जो कि सरासर गलत है.
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20160118
स्टार व साक्षात्कार
हाल ही में एक न्यूज चैनल में एक सुपरस्टार को आमंत्रित किया गया था. यह सुपरस्टार किसी फिल्मी बैकग्राउंड से संबंध नहीं रखते हैं. उन्होंने खुद अपनी पहचान बनायी है. अपनी मेहनत के बलबूते.उनसे बातचीत के दौरान मशहूर पत्रकार ने कई सवाल पूछे. मगर कुछ सवालों में पत्रकार कुछ इस कदर अभिनेता से पेश आ रहे थे. जैसे अभिनेता का कोई मुकाम ही न हो. अक्सर यह होता है कि हम पत्रकार इस सोच के साथ किसी अभिनेता या अभिनेत्री का साक्षात्कार करते हैं, जैसे हमने जिंदगी में बहुत बड़ा मुकाम हासिल कर रखा है. और सेलिब्रिटीज ने कुछ किया ही न हो. हां, यह सही है कि एक पत्रकार की भी यह जिम्मेदारी है कि वे किसी भी अभिनेता या अभिनेत्री से मंत्रमुग्ध होकर उनके मनमुताबिक न सवाल करे और न ही उनके जवाब पर हामी भरे. और न ही जी हुजूरी करे. लेकिन यह बात तो जरूर याद रखी जानी चाहिए कि उस शख्सियत ने भी भीड़ से अलग अपनी पहचान बनाई है. उनसे तीखे सवाल किये जायें. लेकिन व्यवहार तीखा नहीं होना चाहिए. मुमकिन है कि आप बहुत जानकार हैं, देश दुनिया के बारे में भी आपको तमाम जानकारियां हासिल हैं. आप बुद्धिजीवी वर्ग से हैं. लेकिन व्यवहार में आपका तीखापन यह दर्शाता है कि आप इस पूर्वाभास में होते हैं कि सिनेमा इंडस्ट्री के लोगों के पास समझ ही नहीं होती. अक्सर स्टार्स की हर बात का मतलब उनकी फिल्म की रिलीज से जोड़ दिया जाता है. यह हकीकत है कि स्टार्स भी अपनी फिल्म के प्रोमोशन के वक्त ही मीडिया से अधिक रूबरू होते. लेकिन कुछ फिल्में वाकई उनके दिल के करीब भी होती है और कभी कभी वे माहौल के अनुसार भी अपनी बातें करते हैं. खास कर नये कलाकारों के साथ बातचीत के दौरान मीडिया उन्हें कम आंकने का कोई मौका नहीं छोड़ती, जो कि सरासर गलत है.
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