अनुराग कश्यप की बहुचर्चित और बहुप्रतिक्षित फिल्म बांबे वेल्वेट का ट्रेलर जारी किया गया है. गौर करें तो इस फिल्म के अधिकतर दृश्य रात में शूट किये गये हैं. फिल्म में रात भी एक किरदार के रूप में हैं. यो भी अनुराग की फिल्मों में रात व अंधकार की महत्वपूर्ण भूमिकाएं हैं. चूंकि वे हिंदी सिनेमा में उस कॉकरोज की तरह बर्ताव करते हैं, जो दिन में अदृश्य होकर किसी कोने में ही कुछ रचता रहता है. कुछ गढ़ता रहता है. लेकिन रात होते ही, अंधकार होते ही वह सब बाहर आते हैं और उत्पात मचाते हैं. अनुराग की फिल्मों को डार्क फिल्में कहते हैं. यहां भी रात है किसी न किसी संदर्भ में. उनकी फिल्म ब्लैक फ्राइडे काफी पसंद की गयी. इस फिल्म में भी रात के कई महत्वपूर्ण दृश्य हैं. फिल्म गैंग्स आॅफ वासेपुर की शुुरुआत ही रात से होती है. फिल्म अगली का अगली सच भी रात में भी दर्शकों के सामने आता है. दरअसल, हकीकत यही है कि अनुराग रात के राजा हैं. वे रात में वे हकीकत दिखला जाते हैं, जिस रात की दूसरी सुबह होने की दर्शक कामना ही नहीं करते. चूंकि वह इतना भयानक होता है. उनकी फिल्मों में रात आशिकी या आशिकों की प्रेमकहानी बयां करने का जरिया नहीं, बल्कि कई परदे लगे किरदारों का पर्दाफाश करना है. बांबे वेल्वेट में भी उनकी वह सोच स्पष्ट रूप से नजर आ रही है. मुंबई यों भी रात की रानी है. और अनुराग राजा तो उम्मीद है कि इस रात की रानी को रात का राजा बखूबी दर्शा पायेगा. फिलवक्त ट्रेलर से रणबीर कपूर और अनुष्का के किरदारों की थोड़ी झलक मिल रही है. निस्संदेह इस फिल्म में अनुराग ने ऊर्जा से अधिक धन निवेश किये हैं. वे कर्मशियल स्तर पर बहुत कामयाब नहीं रहे हैं. लेकिन उन्हें इस बार कामयाबी की उम्मीद है. वे दृश्यों को वास्तविकता से दर्शाने में माहिर रहे हैं तो उम्मीद है कि हमें रात की एक और हकीकत देखने का मौका मिले
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20150420
रात और अनुराग कश्यप
अनुराग कश्यप की बहुचर्चित और बहुप्रतिक्षित फिल्म बांबे वेल्वेट का ट्रेलर जारी किया गया है. गौर करें तो इस फिल्म के अधिकतर दृश्य रात में शूट किये गये हैं. फिल्म में रात भी एक किरदार के रूप में हैं. यो भी अनुराग की फिल्मों में रात व अंधकार की महत्वपूर्ण भूमिकाएं हैं. चूंकि वे हिंदी सिनेमा में उस कॉकरोज की तरह बर्ताव करते हैं, जो दिन में अदृश्य होकर किसी कोने में ही कुछ रचता रहता है. कुछ गढ़ता रहता है. लेकिन रात होते ही, अंधकार होते ही वह सब बाहर आते हैं और उत्पात मचाते हैं. अनुराग की फिल्मों को डार्क फिल्में कहते हैं. यहां भी रात है किसी न किसी संदर्भ में. उनकी फिल्म ब्लैक फ्राइडे काफी पसंद की गयी. इस फिल्म में भी रात के कई महत्वपूर्ण दृश्य हैं. फिल्म गैंग्स आॅफ वासेपुर की शुुरुआत ही रात से होती है. फिल्म अगली का अगली सच भी रात में भी दर्शकों के सामने आता है. दरअसल, हकीकत यही है कि अनुराग रात के राजा हैं. वे रात में वे हकीकत दिखला जाते हैं, जिस रात की दूसरी सुबह होने की दर्शक कामना ही नहीं करते. चूंकि वह इतना भयानक होता है. उनकी फिल्मों में रात आशिकी या आशिकों की प्रेमकहानी बयां करने का जरिया नहीं, बल्कि कई परदे लगे किरदारों का पर्दाफाश करना है. बांबे वेल्वेट में भी उनकी वह सोच स्पष्ट रूप से नजर आ रही है. मुंबई यों भी रात की रानी है. और अनुराग राजा तो उम्मीद है कि इस रात की रानी को रात का राजा बखूबी दर्शा पायेगा. फिलवक्त ट्रेलर से रणबीर कपूर और अनुष्का के किरदारों की थोड़ी झलक मिल रही है. निस्संदेह इस फिल्म में अनुराग ने ऊर्जा से अधिक धन निवेश किये हैं. वे कर्मशियल स्तर पर बहुत कामयाब नहीं रहे हैं. लेकिन उन्हें इस बार कामयाबी की उम्मीद है. वे दृश्यों को वास्तविकता से दर्शाने में माहिर रहे हैं तो उम्मीद है कि हमें रात की एक और हकीकत देखने का मौका मिले
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