अजय देवगन ने फिल्म फूल और कांटे में दो गाड़ियों के बीच खड़े होकर जो स्टंट किया था. वह स्टंट अजय की अपने दिमाग की उपज नहीं. बल्कि वह वैन डैमने को कॉपी करते हैं. अक्षय कुमार को लोग खिलाड़ी कुमार कहते हैं. लेकिन खुद अक्षय कुमार निकोलस केज के स्टंट्स से काफी प्रभावित हैं और वे उन्हें कॉपी करने की भी कोशिश करते हैं. राजकपूर ने चार्ली चैप्लीन को इस हद तक अपनी जिंदगी में शामिल कर लिया था कि अपनी फिल्मों में वह चार्ली के भारतीय संस्करण नजर आते थे. खुद चार्ली चैप्लीन ने स्वीकारा था कि भारत में उनका एक भाई है और वह कोई और नहीं राजकपूर ही हैं. किसी दौर में देव आनंद अपनी प्रेमिका सुरैया को खुश करने के लिए हॉलीवुड के अभिनेता ग्रेगोरी पैक की कॉपी किया करते थे. चूंकि सुरैया ग्रेगोरी पैक की फैन थी और निश्चित तौर पर कहीं न कहीं सुरैया इसलिए देव से प्रभावित भी हुई होंगी चूंकि उनकी शक्ल बहुत हद तक ग्रेगोरी से मिलती है. दरअसल, हकीकत यही है कि हम वास्तविक जिंदगी में भी उन्हें कॉपी करने की कोशिश करते हैं जो हमारे आदर्श होते हैं या फिर जिनसे हम प्रभावित होते हैं. हमारी कोशिश होती है कि हम उनकी तरह ही बने. हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार्स ने भी इससे अछूते नहीं. निस्संदेह वह भी जब सुपरस्टार नहीं होंगे. उस वक्त उन्होंने भी किसी न किसी की परिकल्पना की होगी. एक आम आदमी हमेशा खास व्यक्ति को ही अपना आदर्श बनाता है. किसी भी व्यक्ति को आदर्श बनाने से पहले उसकी कोशिश होती है कि वह अपने अंदर छुपे कुछ गुण को आंकता है और फिर वह धीरे धीरे उस व्यक्ति की तरफ प्रभावित होता जाता है, जिसके कुछ गुण उनसे जरूर मिले. यही वजह रही शायद, जो अक्षय और अजय आज भी अपने स्टंट खुद ही करते आये हैं. चूंकि उनके आदर्श निर्भिक हैं. इसलिए वे भी निर्भिक हैं.
My Blog List
20131127
सुपरस्टार्स के आदर्श
अजय देवगन ने फिल्म फूल और कांटे में दो गाड़ियों के बीच खड़े होकर जो स्टंट किया था. वह स्टंट अजय की अपने दिमाग की उपज नहीं. बल्कि वह वैन डैमने को कॉपी करते हैं. अक्षय कुमार को लोग खिलाड़ी कुमार कहते हैं. लेकिन खुद अक्षय कुमार निकोलस केज के स्टंट्स से काफी प्रभावित हैं और वे उन्हें कॉपी करने की भी कोशिश करते हैं. राजकपूर ने चार्ली चैप्लीन को इस हद तक अपनी जिंदगी में शामिल कर लिया था कि अपनी फिल्मों में वह चार्ली के भारतीय संस्करण नजर आते थे. खुद चार्ली चैप्लीन ने स्वीकारा था कि भारत में उनका एक भाई है और वह कोई और नहीं राजकपूर ही हैं. किसी दौर में देव आनंद अपनी प्रेमिका सुरैया को खुश करने के लिए हॉलीवुड के अभिनेता ग्रेगोरी पैक की कॉपी किया करते थे. चूंकि सुरैया ग्रेगोरी पैक की फैन थी और निश्चित तौर पर कहीं न कहीं सुरैया इसलिए देव से प्रभावित भी हुई होंगी चूंकि उनकी शक्ल बहुत हद तक ग्रेगोरी से मिलती है. दरअसल, हकीकत यही है कि हम वास्तविक जिंदगी में भी उन्हें कॉपी करने की कोशिश करते हैं जो हमारे आदर्श होते हैं या फिर जिनसे हम प्रभावित होते हैं. हमारी कोशिश होती है कि हम उनकी तरह ही बने. हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार्स ने भी इससे अछूते नहीं. निस्संदेह वह भी जब सुपरस्टार नहीं होंगे. उस वक्त उन्होंने भी किसी न किसी की परिकल्पना की होगी. एक आम आदमी हमेशा खास व्यक्ति को ही अपना आदर्श बनाता है. किसी भी व्यक्ति को आदर्श बनाने से पहले उसकी कोशिश होती है कि वह अपने अंदर छुपे कुछ गुण को आंकता है और फिर वह धीरे धीरे उस व्यक्ति की तरफ प्रभावित होता जाता है, जिसके कुछ गुण उनसे जरूर मिले. यही वजह रही शायद, जो अक्षय और अजय आज भी अपने स्टंट खुद ही करते आये हैं. चूंकि उनके आदर्श निर्भिक हैं. इसलिए वे भी निर्भिक हैं.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment