20120816

कैमरा कट अभिनय



बॉलीवुड में फिल्मी खानदान से आये नये चेहरों को सुपरस्टार बनते हमने लगातार देखा है. लेकिन बॉलीवुड में इन दिनों वैसे फिल्मी खानदान के चिराग भी हैं, जिन्होंने अभिनय से पहले निर्देशन से शुरुआत की है. बतौर अस्टिेंट उन्होंने निर्देशन की ट्रेंिनंग ली है और इसके बाद वे अभिनय में आये हैं. बॉलीवुड में ऐसे नये चेहरों की फेहरिस्त लंबी है. अनुप्रिया अनंत की रिपोर्ट

हिंदी फिल्मों में प्राय: अभिनय और निर्देशन का साथ रहा है. कई ऐसे निर्देशक हैं जिन्होंने फिल्में भी बनाई है और अभिनय भी किया है. कई ऐसे भी हैं जो अभिनय के बाद निर्देशन के क्षेत्र में आये. लेकिन इस क्रम में एक प्रचलन यह भी रहा है कि कई स्टार पुत्र पुत्रियों ने पहले निर्देशन से शुरुआत की और फिल्म अभिनय को चुना.
नील मुकेश
नील नीतिन मुकेश नीतिन मुकेश के बेटे हैं. नील ने अभिनय से पहले यशराज बैनर की कई फिल्मों में बतौर अस्टिेंट निर्देशक काम किया है और निर्देशन की बारीकियां सीखी है. फिर वह फिल्मों में आये. नीतिन ने शुरुआती दौर में बाल कलाकार के रूप में भी काम किया है.
रनबीर कपूर
इन दिनों चार्मिग ब्वॉय व सुपरस्टार रॉकस्टार बने रनबीर कपूर ने भी निर्देशन में ही खास पढ़ाई की है. वहअपने दादा राज कपूर की तरह ही भविष्य में निर्देशक बनने का सपना देखते हैं और उन्होंने इसमें बारीकी से काम भी किया है. विदेश में पढ़ाई पूरी करने के बाद ही वे फिल्मों में अभिनय के लिए आये. उन्होंने संजय लीला भंसाली को फिल्म ब्लैक के दौरान बतौर अस्टिेंट निर्देशक अस्टिट किया है. इसके बाद वे पारंगत होकर अभिनय में आये.फिल्म सांवरिया में भी उन्होंने संजय को मदद की थी.
सोनम कपूर
सोनम कपूर ने भी अभिनय करने से पहले ब्लैक में संजय लीला भंसाली को बतौर अस्टिेंट निर्देशक अस्टिट किया. रनबीर कपूर के साथ ही. भविष्य में वह भी निर्देशन के क्षेत्र में आना चाहती हैं.
सिद्धार्थ मल्होत्र
सिद्धार्थ मल्होत्र फिल्मी खानदान से नहीं ैहं. लेकिन उन्होंने करन जाैहर को फिल्म माइ नेम इज खान के दौरान अस्टिट किया था. वही करन की नजर सिद्धार्थ पर गयी  और करन ने उन्हें अपनी अगली फिल्म के लिए साइन कर लिया. स्टूडेंट ऑफ द ईयर से सिद्धार्थ लांच हो रहे हैं.
वरुण धवन
वरुण धवन डेविड धवन के बेटे हैं. उन्होंने अपने पिता के साथ साथ करन जोहर को भी अस्टिट किया है. फिल्म माइ नेम इज खान के दौरान. इसी वक्त करन ने इन्हें भी अपनी फिल्म के लिए साइन कर लिया था.
ऋतिक रोशन
सुपरस्टार ऋतिक रोशन ने भी अभिनय से पहले पापा राकेश रोशन के साथ लगभग पांच सालों तक निर्देशन का काम किया है. उन्होंने फिल्म कोयला, करन अजरुन के वक्त अपने पिता को अस्टिट किया था. बाद में वे कहो न प्यार है से लांच हुए.


राजकपूर ने भी अपनी शुरुआत बतौर अस्टिेंट केदार शर्मा के साथ शुरू की थी. बाद में वे अभिनय में आये.
गुरुदत्त ने भी पहले निर्देशन फिर फिल्मों में अभिनय की शुरुआत की.

 संजय लीला भंसाली
निर्देशन से अभिनय में भी निखार आता है.
मेरा मानना है कि अगर एक अभिनेता निर्देशन की समझ रखता है तो उसका किरदार और निखरता है और वह एक निर्देशक की बात को बखूबी समझ पाता है,और उसे हूबहू उतार पाता है. मेरा मानना है कि बारीकी आती है निर्देशन की समझ होने से अभिनय में.

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