20121116

इमोशनल कॉमेडी है सन आॅफ सरदार:


 
अजय देवगन के होम प्रोडक् शन की फिल्म सन आॅफ सरदार काफी विवादों से घिरने के बाद अब दर्शकों के सामने है. बॉलीवुड में यूं तो कई बार पंजाब दिखाये जाते रहे हैं. लेकिन सन आॅफ सरदार का पंजाब व वहां के लोगों के व्यवहार को एक अलग ही अंदाज में नजर आ रहा है. अजय बता रहे हैं कि अगर सरदार न होते तो दुनिया में क्या न होता



अजय खुद पंजाबी हैं. लेकिन उनका बचपन मुंबई में ही बीता है. इसके बावजूद वे पंजाब से जुड़े रहे हैं. फिल्म भगत सिंह के बाद यह दूसरी बार है, जब वे किसी फिल्म में सरदार की भूमिका निभा रहे हैं.
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अजय पहले किसी दौर में फिल्में बनती थीं. सन आॅफ हिंदुस्तान. अब बनती हैं सिंह इज किंग, सन आॅफ सरदार. आपको नहीं लगता कि ये किसी खास कम्युनिटी को ग्लैमराइज करती है?

आप ऐसा कैसा कह सकती हैं. मैंने हमेशा वे किरदार निभाये हैं. जो आम लोगों से कनेक्ट हो पायें. मैंने आज तक लार्जर देन लाइफ किरदार नहीं निभाया है. इससे पहले मैंने सिंघम की थी. उसमें मैं महाराष्टÑ का था. फिर बोल बच्चन में हरियानवी थी. मुझे लगता है कि फिल्म का नाम कुछ भी हो. फिल्म का कंटेट प्रमुख है और आप देख रहे होंगे कि फिल्म में पंजाब को और पंजाबियों की खूबियों को कितनी खूबसूरती से दर्शाया है. मैं यह नहीं कहता कि इससे पहले आपने बॉलीवुड में पंजाब नहीं देखा है. लेकिन सन आॅफ सरदार में पंजाब सिर्फ सरसो के खेत वाला नहीं, गलियारों वाला है. पंजाबी लड़की का एक अलग अंदाज दिखेगा आपको इसमें. यहां के लोगों के जीने का आम अंदाज़ . साथ ही पंजाबियों के मूल्यों को लेकर भी खास बातें हैं फिल्म में
त्न लेकिन फिल्म के प्रोमोज जिस वक्त आये थे. उस वक्त पंजाब के लोगों ने काफी नाराजगी दिखाई थी.
हां, क्योंकि उन्हें लगा था कि हम उनका मजाक उड़ा रहे हैं. लेकिन जब हमने उन्हें फिल्म दिखाई थी, तो उन्हें भी लगा कि फिल्म में सरदार की खासियत को दिखाई गयी है. इस फिल्म में कॉमेडी के साथ साथ इमोशन भी हैं. वहीं इस फिल्म की खासियत है.

आपने कभी दो बाइक पर खड़े होकर स्टंट किया था. फिर बाइक से सीधे घोड़े कैसे आ गये?
(हंसते हुए)क्योंकि अब घोड़े बाइक से तेज हो गये हैं...दरअसल, मेरे टीम मेंबर्स और मेरे निर्देशक की सोच थी कि कुछ अलग करते हैं. मैं खुद नर्वस तो था. लेकिन आइडिया सबमें बातचीत करने के दौरान ही अचानक आया कि बहुत हुआ बाइक वाइक पर स्टंट. अब कुछ अलग करते हैं. शुरू में मुझे डर लगा और लगा भी कि लोग कहेंगे कि अलग करने के लिए क्या बेवकूफी दिखा रहा है. लेकिन सच बताऊं. तो मुझे परेशानी नहीं हुई. सबने साथ दिया तो कर लिया. अच्छा एक्सपीरियंस रहा.

इतने विवादों के बाद अंतत: आपकी फिल्म रिलीज हुई. आपको नहीं लगता कि अब इंडस्ट्री पूरी तरह प्रोफेशनल हो गयी है.
हां, मैं यह बिल्कुल मानता हूं. लेकिन मैं अपने हक की लड़ाई लड़ रहा था. जो गलत है वह गलत है. मुझे कम थियेटर मिले थे. बॉलीवुड में ये किसी को भी हक नहीं है कि आप अपने पॉवर का गलत इस्तेमाल करें. हर किसी का पैसा लगा होता है. फिल्म पर. मुझसे कहा गया  कि मैं आगे बढ़ा लूं तारीख़. मैं लोगों से दुश्मनी कर रहा हूं. दरअसल, मैं तो एक निर्माता के तौर पर अपना काम कर रहा हूं. वैसे भी मैं मानता हूं कि अब इंडस्ट्री में सभी सिर्फ मुनाफे के बारे में ही सोचते हैं. अब अपनत्व खत्म हो चुका है. अब सिर्फ इगो है और सबको सिर्फ पैसे चाहिए. मैं मिस करता हूं उस माहौल को. जब पहले हम दोस्त की तरह इंडस्ट्री में काम करते थे. यही वजह है कि मेरे इंडस्ट्री में दोस्ती की लिस्ट बहुत लंबी नहीं है. लेकिन जो दोस्त हैं पक्के हैं. सलमान, संजू...

और दोनों हर बार अपनी दोस्ती भी निभाते हैं.
हां, दे आर लाइक फैमिली. सलमान को मंैने बस कहा था कि ऐसा कुछ एक गाना करना चाहते हैं. वे खुद आगे आये. और सपोर्ट किया. संजू ने तो फिल्म में बेहतरीन काम किया है. अश्विनी धीर ने इस फिल्म को इतनी खूबसूरती से लिखा था कि हमने फिल्म की शूटिंग ेके दौरान खूब एंजॉय किया. मैंने देखा कि संजू जो प्राय: फिल्म के संवाद याद करने में दिलचस्पी नहीं लेते. वे भी मजे से काम कर रहे हैं. तो, ये तो फिल्म का कमाल है ही. वैसे मैं मानता हूं कि जो किरदार संजू ने निभाया है. वे वही निभा सकते थे. वरना, हमारी इंडस्ट्री में वैसे कलाकार कम हैं, जो सरदार का किरदार बखूबी निभा पायें. हां, संजू के अलावा इस किरदार में सनी देओल फिट बैठते. लेकिन ये जाहिर है कि वे मेरी फिल्म में सेकेंड लीड नहीं ही करते.

इस फिल्म में आपने अपने पगड़ी बांधने के स्टाइल पर खास ध्यान दिया है.
जी हां, बिल्कुल. इससे पहले जब मैं भगत सिंह की थी. उस वक्त रेडिमेड पगड़ी पहना था. मैं खुद पंजाबी हूं तो जानता हूं कि इसका महत्व क्या है. ऐसे में इस बार मैंने तय किया था कि मैं ज्यों त्यों नहीं कायदे से पगड़ी पहनूंगा. सो, मैंने पंजाब के ही एक पगड़ी बांधनेवाले एक्सपर्ट को बुलाकर हर बार पगड़ी बंधवायी. ताकि मैं सही तरीके से पगड़ी की अहमियत को दर्शा सकूं.

अजय, आप हमेशा सेट पर अपने को स्टार्स के साथ प्रैंक के लिए जाने जाते हैं. इस बार क्या नया किया.
इस बार मैंने और संजू ने मिल कर सोनाक्षी को कई सारी मिर्च खिला दी थी. वे भी खाई जा रही थी. उन्हें लगा कि फिल्म का कोई सीन है.   हालांकि बाद में जब सच सामने आया तो उसने फिर चैलेंज लेकर भी 10 लाल मिर्च एक के बाद एक खाकर दिखाया. वैसे टीम सन आॅफ सरदार के साथ काफी मजा आया हमें.

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