20121110

रोमांटिक फिल्में करना सबसे मुश्किल : कैट



यश चोपड़ा की फिल्म वीर जारा के प्रीमियर में वह शामिल थीं और उसी वक्त उन्होंने यह सपना देखा था कि काश, उन्हें यश चोपड़ा की फिल्म में काम करने का मौका मिले. सिर्फ इसलिए नहीं कि यश चोपड़ा अपनी फिल्मों को बेहतरीन से बेहतरीन लोकेशन पर फिल्माते थे. बल्कि इसलिए क्योंकि यश चोपड़ा उन निर्देशकों में से एक थे, जिनकी फिल्मों की अभिनेत्रियां हमेशा खास होती हैं. कुछ ऐसा ही मानती हैं कट्रीना कैफ़. 

कट्रीना न सिर्फ प्रोफेशनली बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी यश जी के बेहद करीब थीं. वे उन्हें पिता की तरह मानती थीं. बकौल कट्रीना यश जी ने हमेशा मेरा मनोबल बढ़ाया है. वे हमेशा कहते कि मुझे बहुत खुशी होती है कि आउटसाइडर होने के बावजूद तुमने जो मेहनत से अपनी जगह बनाई है. अपनी मेहनत को हमेशा बरकरार रखना...

कट्रीना, यश चोपड़ा की नायिकाएं हमेशा बॉलीवुड के लिए खास रही हैं. जब तक हैं जान से आप भी उस फेहरिस्त में शामिल हो चुकी हैं. तो क्या अब तक आपने जितनी फिल्में की हैं. उनमें जब तक है जान को अपने करियर की माइलस्टोन फिल्म मानती हैं.और वे क्या खास बातें हैं यश चोपड़ा के निर्देशन की जो उनकी अभिनेत्रियों को खास बनाते हैं?
हां, यह सच है कि यह फिल्म मेरे लिए खास रहेगी. इसलिए क्योंकि मुझे इसमें यश जी के साथ काम करने का मौका मिला. मुझे लगता है कि बॉलीवुड की हर अभिनेत्री उनके साथ काम करना चाहेगी.चूंकि यश जी अपनी अभिनेत्रियों को खास बनाते थे. न सिर्फ उनके फिजिकल अपीयरेंस से और न ही कॉस्टयूम से, बल्कि वे दर्शाते थे कि उनकी अभिनेत्री खास है. बॉलीवुड में ऐसे कम निर्देशक हैं जो अभिनेत्रियों को आयटम नंबर से ऊपर आंकें. लोग उनके लोकेशन के चुनाव की बातें करते थे.मुझे भी लगता था कि उनकी फिल्मों के दृश्य खूबसूरत होते हैं. लेकिन यशजी के साथ काम करके यह समझ आया कि दरअसल, वह प्रकृति के बाद सबसे सुंदर औरत को मानते थे और वे बहुत इज्जत देते थे. यहां तक कि जब मैं कमरे में आऊं तो इतने सीनियर होने के बावजूद वे उठ कर खड़े हो जाते...मुझे उनका यह व्यवहार बहुत अच्छा लगता है. मुझे दुख है कि मुझे उनके साथ पहला और आखिरी मौका मिला. लेकिन मुझे इस बात की खुशी है कि मैं उनके साथ यशराज की अपनी पहली फिल्म न्यूयॉर्क से जुड़ी हुई हूं. वे उस फिल्म के बाद से ही मुझसे काफी बातचीत किया करते थे. मेरा मानना है कि यशजी अपनी अभिनेत्रियों के प्रति जो अप्रोच रखते थे वह बेहद अलग होता था.

यशजी आपके साथ एक खास गाना शूट करनेवाले थे.
मुझे हमेशा इस बात का अफसोस रहेगा कि हम अपना आखिरी गाना शूट नहीं कर पाये. यशजी उस गाने को लेकर काफी उत्साहित थे. मनीष मल्होत्रा के साथ उन्होंने काफी वक्त देकर लगभग 12 साड़ियां भी बनवाई थी. मैंने सारी साड़ियों में रिहर्सल भी किया था. मैंने यशजी की सारी फिल्में तो नहीं लेकिन उनकी फिल्मों की अभिनेत्रियों के खास सिफोन साड़ियों में गाने देखे थे. तो मैं भी काफी उत्साहित थी.
शाहरुख के साथ आपकी पहली फिल्म है. उन्हें किंग आॅफ रोमांस माना जाता है. तो आपकी नजर में उनमें ऐसी क्या खासियत है, जो उन्हें किंग आॅफ रोमांस बनाती है. आपने भी अपने करियर में कम रोमांटिक फिल्में की हैं. तो क्या यह अनुभव रहे आपके.
यह सच है कि शाहरुख की मैंने कई फिल्में देखी हैं खासतौर से मुझे वीर जारा बेहद पसंद आयी थी.मुझे लगता है कि शाहरुख में भी वे ही क्वालिटी है कि वे औरतों का बहुत सम्मान करते हैैं. मुझे याद है...जब भी मैं कोई रुमानी दृश्य फिल्माने जाती. वे हमेशा कहते लुक एट इन माइ आइज़...और फिर डायलॉग बोलो. शाहरुख इस इंडस्ट्री में काफी सालों से हैं. और सबके चहेते हैं. मुझे लगता है कि वे वास्तविक जिंदगी में भी काफी मिलनसार, हंसमुख और अपने साथ काम कर रहे को स्टार्स के प्रति सजग हैं. वे अपने साथ साथ उनके काम के परफेक् शन पर भी ध्यान देते हैं. जिसकी वजह से को स्टार्स भी अपना बेस्ट देने की कोशिश करते हैं. एक टीम की तरह काम करने की कला, उन्हें खास बनाती है. जहां तक बात है... रोमांटिक फिल्मों में मेरे अनुभव के तो. मैं वाकई मानती हूं कि रोमांटिक फिल्में करना सबसे कठिन जॉनर है, चूंकि ऐसी फिल्म में आप सीन को एक् शन दृश्यों से फील नहीं कर सकते. आपको अपनी भावनाओं से अभिनय करना होता है. कई बार खामोश होकर भी आपको अभिनय करना पड़ता है. ऐसे में मेरे लिए वाकई जब तक है जान हमेशा खास रहेगी. चूंकि मैंने इसमें जिस तरह से अभिनय किया है. वह काफी टफ था.

यश जी के साथ आपकी प्रोफेशनल और पर्सनल यादें.
एक सबसे खास बात यश जी में यह थी कि वे बाकी निर्देशकों की तरह कभी आकर आपको सीन समझाते समय यह नहीं कहते कि तुम्हें यही करना है. वे जब दिन में पहली बार आपसे मिलते. आप चेहरा पढ़ते. मुझे याद है. फिल्म की शूटिंग के सारे दिन जब भी वे मुझसे मिलते. कहते कट्रीना आज तुम्हारा मूड आॅफ है. मैं सोचती यह कैसे समझ जाते हैं. जिस दिन मूड फ्रेश रहता. वे कहते. आज काम करने में मजा आयेगा. यश जी यही खासियत थी कि वे कभी प्रोफेशनल बिहेव नहीं करते. हमेशा हंसाते रहते. ख्याल   रखते. अपने परिवार की तरह. उन्हें मेरी फिल्म मेरे ब्रदर की दुल्हन बेहद पसंद आयी थी. वे हमेशा कहते कि कैट मुझे डिंपल चाहिए. मतलब हमेशा खुश रहनेवाली चुलबुली सी कैट, उनसे आजतक मुझे जितना अपनत्व मिला है. कहीं नहीं मिला. हमारी बहुत बातें होती थीं. वे मेरी फिल्में हमेशा देखते थे और फिर डिस्कस भी करते थे. वे कहते थे कि मैं सही ट्रैक पर हंू. जिस तरह की फिल्में कर रही हूं.

इस फिल्म में आप और अनुष्का दोनों हैं. कभी ऐसा महसूस नहीं किया कि दो अभिनेत्रियों को एक फिल्में नहीं करनी चाहिए.
मैं सच कहूं तो मैं प्रोफेशनली मानती हूं कि दो अभिनेत्रियां अगर एक फिल्म में होती हैं तो उनके लिए काम करने की गुंजाईश कम हो जाती है क्योंकि ऐसे भी बॉलीवुड में अभिनेत्रियों के लिए कम सीन होते हैं. लेकिन इस फिल्म की बात है जहां तक़.तो मैं यही कहूंगी कि यशजी ने यह महसूस होने ही नहीं दिया. क्योंकि उनकी फिल्मों में अभिनेत्रियां ही हावी होती हैं एक्टर पर. उनके लिए पूरी गुंजाईश होती है. सो हम दोनों को अपने अपने हिस्से का काम करने का मौका मिला.

फिल्म में आपका नाम मीरा है तो मीरा के किरदार के बारे में थोड़ा बतायें?
मेरा नाम मीरा है फिल्म में. मैं लंदन में रहती हूं. प्यार को लेकर और जिंदगी को लेकर मेरे अपने मायने हैं. ऐसे में जिंदगी में समर आते हैं और दुनिया बदल जाती है. प्यार के मायने बदल जाते हैं.
कैट, अभी मीडिया में लगातार खबरें आती हैं कि खान्स के साथ काम करना ही किसी अभिनेत्री के लिए  

सफलता का मापदंड है. आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
मैं इस पर बिल्कुल बिलिव नहीं करती. खान्स के साथ काम करती रहूं लेकिन बेकार परफॉरमेंस दूंगी तो कभी टिक नहीं पाऊंगी. सब आपकी मेहनत और फिल्मों के चयन पर निर्भर करता है.

आपकी आनेवाली फिल्में
ऋतिक रोशन के साथ एक फिल्म कर रही हूं. अगले साल आप मुझे धूम में देखेंगे.
आपकी जिंदगी में वे कौन सी चीजें होंगी जो आप जब तक हैं जान कर लेना चाहेंगी.
मैं चाहूंगी कि जब तक हैं जान मैं अभिनय करती रहूं.

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