20120508

हीरोइन.. अल्पविराम


हजारों लड़कियों की तरह उसके भी यही सपने थे कि वह ऊंचाइयों को हासिल करे. लोग उसके ऑटोग्राफ लेने के लिए लाइन लगाएं. वह खूबसूरत भी थी और आगामी फिल्म हीरोइन में उसे जूनियर आर्टिस्ट का किरदार भी मिल गया था, लेकिन उसकी चाहत सिर्फ इतनी ही नहीं थी. वह मुख्य किरदार निभाना चाहती थी.
शोहरत हासिल करना चाहती थी. लेकिन उसकी इस चाहत ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. मीनाक्षी थापा को पिछले दिनों बेदर्दी से मार दिया गया. हीरोइन बनने की चाहत और इसके जुर्म में तब्दील होने के दर्दनाक अल्पविराम सफर पर अनुप्रिया अनंत की रिपोर्ट.
हिंदी सिनेमा में नायिकाओं की जिंदगी को खंगालने वाली कई फिल्में बनी हैं. इन फिल्मों के माध्यम से कई तरह की कड़वी सच्चाइयां भी सामने आयी हैं और कई बातों से परदा उठा है. मधुर भंडारकर की आगामी फिल्म हीरोइन भी हीरोइन बनने की प्रक्रिया के सच को दर्शाती है. इससे पहले द डर्टी पिक्चर, वो लम्हे में एक नायिका के जीवन में होने वाले उतार-चढ़ाव को दर्शाया जा चुका है. एक नायिका गलत रास्ता क्यों अख्तियार करती है. इस प्रश्न की खाक छानी गयी है.
कई बार ऐसा होता है कि लड़कियां न चाहते हुए भी कास्टिंग काउच का शिकार हो जाती हैं, क्योंकि वे जानती हैं कि यहां संघर्ष की कहानी नहीं, सफलता की कहानी देखी जाती है. कई लड़कियां परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने जैसी मजबूरियों के चलते बुरी फिल्मों में काम कर लेती हैं. इस इंडस्ट्री में लड़कियों को अच्छे कामों के लिए भले ही पैसे न मिलते हों, लेकिन बुरे कामों के लिए दुनिया पैसे न्योछावर करती है.
ऐसे में फिर जब इस्तेमाल करने के बाद वे गुमनामी की जिंदगी जीने लगती हैं, तो वे पागल हो जाती हैं और उनका हश्र भी परवीन बॉबी जैसा होता है, जो किसी जमाने में लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थी. यह अभिनेत्री की जिंदगी का सच है- विशेषकर भारत में. जब तक ये अभिनेत्रियां जवान हैं, अभिनेत्री के रूप में जिंदा हैं. वरना वे कुछ नहीं हैं. यही वजह है कि हर युवा अभिनेत्री अपनी उम्र ढलने से पहले अपने सपने को साकार करने के लिए कुछ भी कर गुजरती है.
मीनाक्षी थापा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. अच्छी फिल्मों के ऑफर का लालच देकर उसका अपहरण हुआ और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. यह बॉलीवुड का पहला वाकया नहीं है, लेकिन कुछ दिनों तक इस विषय पर चर्चा होने के बाद लोग इस बात को भूल जाते हैं. दरअसल, अभिनेत्रियों का मर्डर या उनकी खुदकुशी जैसी प्रक्रिया उनकी चाहत से जुड़ी है.
जब उनकी वह चाहत पूरी नहीं होती है, तभी उनके साथ ऐसे हादसे होते हैं. गौर करें तो सनी लियोन को भले ही महेश भट्ट की फिल्म में मौका मिल गया है, लेकिन अब भी लोग उनके साथ अछूत-सा व्यवहार कर रहे हैं, जो अनुचित है. क्योंकि वह लड़की है, इसलिए सनी को यह परेशानी ङोलनी पड़ रही है और समाज उन्हें स्वीकारने को तैयार नहीं. सनी ने भले ही किसी कारणवश पोर्न फिल्मों का रास्ता चुना हो, लेकिन महेश भट्ट उन्हें मौका दे रहे हैं तो अब लोगों को उनका सम्मान करना चाहिए.
यहां इंडस्ट्री में किसी भी लड़की को अपनी बनायी गयी छवि से बाहर निकलने का हक ही नहीं मिलता. भोजपुरी फिल्मों में काम करनेवाली भावना तिवारी के हाथ लोकल ट्रेन में कट गये, जबकि भावना अपने परिवार में कमाने वाली एक मात्र सदस्य थी. गोरेगांव में रहनेवाली भोजपुरी अदाकारा रूबी सिंह ने आत्महत्या कर ली. यह सारी घटनाएं हीरोइन की जिंदगी के दर्द को दर्शाती है.
इससे जाहिर होता है कि कुछ किस्मतवालों को छोड़ दें, तो हीरोइन की जिंदगी अल्पविराम की तरह ही होती है. कभी किसी को ब्रेक नहीं मिलता, तो कभी उसके साथ कोई हादसा हो जाता है, जिसके बाद इंडस्ट्री उसे अपाहिज मान लेती है. अगर कोई सफल हो भी गया तो उसकी पुरानी छवि उसका पीछा नहीं छोड़ती.
अभी और बढ़ेगी यह तादाद
-रामगोपाल वर्मा-
मीनाक्षी थापा की हत्या एक दुखद घटना है. लगातार हो रही ऐसी वारदात से पता चलता है कि लड़कियों में किसी तरह बड़े परदे पर एक बार दिखने की चाहत ने दिन-ब-दिन जोर पकड़ा है. आज लगभग हर दूसरी लड़की अभिनेत्री बनना चाहती है, जबकि सच्चाई यह है कि केवल वही पूरी तरह कामयाब हो पाती हैं, जो एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी होती हैं. केवल स्लिम फिगर, गोरा रंग है तो चलो हीरोइन बन जाते हैं, ऐसी सोच नहीं रखनी चाहिए. साथ ही मैं यह भी सलाह दूंगा कि हर व्यक्ति सब कुछ नहीं कर सकता. इसलिए सिर्फ लीड किरदार निभाने की जिद्द में न रहें. अगर आपको कैरेक्टर रोल भी मिल रहे हैं, तो उसे हाथ से न जाने दें, ताकि आपका स्क्रीन पर आने का सपना पूरा हो.
सही टैलेंट की पहचान जरूरी
-महेश भट्ट-
फिल्मी दुनिया की चकाचौंध कभी कम नहीं होती. पिछले कई वर्षो में यह चमक और तेज हुई है. विशेषकर छोटे शहरों में. मुंबई जो भी आता है, हीरो या हीरोईन बनना चाहता है. यही वजह है कि कई बार वह अपनी काबिलियत पहचाने बिना ही गलत इनसान के चक्कर में फंसता जाता है

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