20120508

आम जिंदगी की कहानी विकी की जुबानी


टीवी एंकर के रूप में खास पहचान बना चुके आयुष्मान विकी डोनर बनकर बेहद खुश हैं, क्योंकि यह उनकी पहली फिल्म है. पहली फिल्म में ही उन्हें मिल गया है जॉन अब्राहम का साथ. वह इसलिए भी चहक रहे हैं कि बॉलीवुड के लिए यह नया विषय है और फिल्म के प्रोमो में उन्हें पसंद किया जा रहा है.
आपको पहली फिल्म में ही जॉन का साथ मिला,कैसा रहा यह अनुभव?
मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूं कि मुझे यह मौका मिला. जॉन अब्राहम जैसे स्थापित कलाकार का साथ मिला. मैं यही कहूंगा कि मैंने मेहनत की और उसका मुझे फल मिला. यह बिल्कुल सच है कि मुझे टीवी ने पहचान दिलायी. मैंने दिल्ली से रेडियो जॉकी के रूप में शुरुआत की थी. अपने शहर में था तो वीजे भी था. टीवी से जुड़ा. वहां भी कई सालों तक वीजे बना रहा. फिर एंकरिंग का काम मिला. मुझे लगता है कि टीवी ने ही मेरे परफॉर्मेस को नया आयाम दिया, जिसके वजह से मुझे यह फिल्म मिली. मैंने कई सालों तक थियेटर किया है और आज जो मुझे मिला है यह उसकी बनिस्पत ही है.
विकी डोनर कैसे मिली?
दरअसल, इससे पहले भी मुझे कई फिल्में ऑफर हुई थीं, लेकिन मैंने उनको न कह दिया, क्योंकि मुझे कोई ऐसी फिल्म चाहिए थी, जो मेरे स्वभाव से मेल खाती हो. चार सालों तक मैंने अच्छी कहानी का इंतजार किया और फिर मुझे मिली विकी डोनर. भारत में स्पर्म डोनेशन बहुत कॉमन है, लेकिन लोग इसे लेकर किसी तरह की कहानी की परिकल्पना नहीं करते. निर्देशक सुजीत सरकार जब यह स्क्रिप्ट लेकर मेरे पास आये तो मुझे खुशी हुई कि 2012 में अब हम खुलकर इस विषय पर बात कर सकेंगे. हां कहने की एक वजह यह भी थी कि इसमें रोमांस के साथ कॉमेडी भी है.
ऐसे विषय पर बनने वाली फिल्में अकसर विवाद से जुड़ जाती हैं.
हां, लेकिन अगर हम यही सोचते रहे तो हम कभी कुछ भी नया या अलग नहीं कर पायेंगे. मैं इस तरह के विषयों पर बनने वाली फिल्मों के पक्ष में हूं, जो हमारी जिंदगी का हिस्सा हैं. मैंने खुद 2004 में स्पर्म डोनेट किया है. आप देखें तो इस माध्यम से कितने लोगों को खुशियां भी मिली हैं. फिल्म का भी वही उद्देश्य है.
पहली बार आप बड़े परदे पर एक्टिंग कर रहे हैं. इस दौरान क्या मुश्किलें आयीं?
वैसे तो, कई सालों से मैं इंडस्ट्री का हिस्सा हूं. इसकी सच्चाइयों को नजदीक से जानता हूं. हां, यह जरूर है कि बड़े परदे पर टाइम मैनेजमेंट, बारीकियों का ध्यान रखना पड़ता है. मैं पहले से ही डांस करता था, लेकिन फिल्म में जब मुझे वाकई डांसिंग के अलग-अलग स्टेप्स सिखाये गये तो मैं नर्वस हो गया. खासतौर से रम विस्की सांग में जॉन के साथ डांस करना था, तो मैं बहुत नर्वस हो गया था. लेकिन जॉन ने दोस्त की तरह मुझे समझाया. तब मैं कर पाया.
आपको लगता है कि जॉन का फिल्म के साथ नाम जुड़ना फिल्म की ब्रांडिंग करता है?
जी हां, बिल्कुल वह ब्रांड हैं. लोग उन्हें देखकर जरूर उनकी फिल्म पर भरोसा करेंगे. मैं लकी हूं कि पहली शुरुआत इतनी अच्छी हो रही है.
को-स्टार यमी गौतम के साथ आपकी केमेस्ट्री कैसी रही?
फिल्म करने के दौरान हममें बहुत अच्छी दोस्ती हो गयी. उम्मीद है हमारी केमेस्ट्री लोगों को पसंद आयेगी.
अकसर को-स्टार के साथ अफेयर की चर्चा होने लगती है. इस पर क्या कहेंगे?
हां, यह सच है लेकिन मेरे लिए इस तरह की अफवाहें उड़ाने का कोई फायदा नहीं है. मैं शादीशुदा हूं.
-अनुप्रिया-

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