
सोनाली, यह आपका पहला शो है?
नहीं, इससे पहले मैंने क्राइम पेट्रोल काम किया है. इसके अलावा मैंने गोदभराई नामक शो किया है. मैंने एड फिल्मों में बहुत काम किया है.स्टार प्लस के ही एक धारावाहिक काली का पुर्नवतार में भी मैंने काम किया था. फिर शकुनतलम में भी काम किया था. थोड़ा है बस थोड़ा की जरूरत है नामक शो भी किया था. तो अब तक काफी शोज किये हैं. लेकिन यह शो बिल्कुल हट के है. इसलिए नहीं कि मैं इसमें लीड किरदार निभा रही हूं, बल्कि शो का कांसेप्ट ही एकदम अलग है. जिन रिश्तों की हम बात नहीं करना चाहतें, उन्हें छुपा कर रखते हैं. उन्हें खुले तरीके से पेश किया है अजय सिन्हा सर ने. इसलिए यह शो मेरे लिए बेहद खास है.
एक्टिंग करने का सपना हमेशा से था या फिर किसी खास पल में आकर एहसास हुआ कि अभिनय करना चाहिए?
सच कहूं तो मेरी कोई फिल्मी कहानी नहीं है. मैंने कभी ऐसा सोचा भी नहीं था कि अभिनय करूंगी. हुआ यों कि एक पारिवारिक मित्र की वजह से मुझे एक एड फिल्म में काम करने का मौका मिल गया. जब मैंने उसमें काम किया तो मुझे बहुत मजा आया था. एड करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि वहां का माहौल मुझे बेहद अच्छा लग रहा है. मैं शूटिंग के सेटअप को देख कर बहुत खुश होती थी. वहां के सारे क्रियेटिव वर्क को देखना वह सबकुछ मुझे बहुत अच्छा लगने लगा था. तो उस वक्त मैंने जाना कि मुझे किताबी कीड़ा नहीं बनना है. मैं क्रियेटिव फील्ड में जा सकती हूं.तो मैंने कोशिश करना शुरू किया. मेरी दोस्त ही जो कि एड फिल्में बनाती हैं, मैं उनके साथ जुड़ गयी. और फिर बिहाइंड द कैमरा मैंने काफी काम किया तो मुझे प्रोडक् शन का पूरा काम समझ में आ गया. मैंने पूरी तकनीकी जानकारी हासिल की.और उसके बाद मैं अभिनय से जुड़ गयी.
इस शो से जुड़ना कैसे हुआ?
मुझे प्रोडक् शन हाउस से कॉल आया था. उससे पहले मुझे थोड़ी भी जानकारी नहीं थी कि शो का कांसेप्ट क्या है. बस इतना पता था कि जिंदगी चैनल के लिए शो है. तो जैसे ही मैंने यह बात सुनी तो मैं खुश हो गयी थी. चूंकि मैं जिंदगी के सारे शोज देखती हूं और मेरी मां भी इस चैनल की फैन हैं तो उन्हें भी जब पता चला कि इस चैनल के लिए शो है तो वह खुश हो गयी थी.मुझे जिंदगी चैनल के शो उसके परफॉरमर और उसके आॅरा की वजह से देखना पसंद है.तो मुझे यकीन था कि मुझे भी इस शो में वह आॅरा तो जरूर मिलेगा. आप इस शो के गाने सुनें, प्रेजेंटेशन का तरीका देखें तो आप खुद मोहित हो जायेंगे. यह आपको अलग ही दुनिया में ले जाता है. यही वजह थी कि मैंने शो को हां कह दिया था.
शो में देवर और भाभी के रिश्ते को अलग आयाम से दिखाया जा रहा है. आप इस बारे में क्या राय रखती हैं और क्या किरदार निभाते वक्त कोई हिचक थी?
हां,बिल्कुल मैं झूठ नहीं बोलूंगी. एक बार मैं भी चौंकी थी. लेकिन जिस तरह अजय सर ने पूरा नैरेशन दिया. मुझे सोचने पर मजबूर किया कि आखिर इस तरह के रिश्तों की परतें क्या होती हैं. जिस तरह से सर ने प्रेजेंट किया है. वह बिल्कुल अलग है. सो, सच कहूं तो अब मेरा भी नजरिया इस तरह के रिश्तों को लेकर बदला है. इस तरह के रिश्ते को लेकर लोगों की जो समझ है और पहुंच है. उससे मैं अब इसे अलग नजरिये से देखने लगी हूं. मैंने जब अपनी मां को भी विषय बताया तो वह भी दो मिनट के लिए सोच में पड़ गयी थीं. लेकिन फिर जब मैंने उन्हें विस्तार से समझाया तो वह भी कनविन्संड हुईं. मेरा नजरिया बदला है इस शो ने. मुझे यह काफी चैलेंजिंग किरदार लगा और मैंने तय किया कि मैं करूंगी यह किरदार. हां, मैं भी यह मानती हूं कि कोई रिलेशनशीप परफेक्ट नहीं होता. बस हमें उसके बारे में जानकारी नहीं होती. और हम उन बातों को छुपा कर रखने की कोशिश करते हैं. बस. इस शो में उसे उजागर करके दर्शकों के सामने लाने की कोशिश है ताकि लोग इस नजरिये से भी रिश्तों को समझें. एकदम से किसी को भी बुरा कह देना या क्रिटिसाइज करना या जजमेंटल हो जाना सही नहीं होता. यह शो यह साबित करेगा.
इस शो के लिए किस तरह से तैयारी की आपने?
मेरा प्लस प्वाइंट यह है जो कि सभी कहते हैं कि मैं किसी भी तरह से महाराष्टÑीयन नहीं लगती हूं, जबकि मैं मुंबई की पली बढ़ी हूं. सभी कहते हैं कि मेरा लुक बहुत हद तक पंजाबी लड़कियों सा है. मैं अगर बातें भी करती हूं तो उसमें वह टोन नहीं आती तो अजय सर ने जब पहली बार बातचीत की तो उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि मैं पंजाबी नहीं हूं. तो मुझे लैंगवेज पकड़ने में अधिक दिक्कत नहीं हुई. इसके अलावा हमने काफी वर्कशॉप किया.
एक्टिंग के अलावा किन चीजों में दिलचस्पी है?
मुझे सोशल सर्विस करना पसंद है. मैं चाहती हूं िक मैं एक ऐसा रेस्टोरेंट खोलूं जहां फ्री में भूखे और जरूरतमंद लोगों को एक वक्त का खाना खिला सकूं. यह मेरा सपना है.
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