20151216

नयी पीढ़ी की जिम्मेदारी


किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार ने अपनी बेटी मुकतिका के साथ बाबा मेरे नामक एक वीडियो एलबम बनाया है. यह एलबम उन्होंने अपने पिता को समर्पित किया है, जिसमें उनकी बेटी अपने पापा से सवाल करती हैं कि दादाजी कैसे थे. मैं कैसे उनसे जुड़ सकती हूं. कैसे उन्हें देख सकती हूं. कैसे उनके बारे में जान सकती हूं. यह एक पोती की जिज्ञासा है अपने दादाजी के लिए. अमित उन्हें किशोर कुमार के अंदाज में वेश बदल बदल अपने दादाजी की झलक उनकी पोती को दिखाते हैं. भले  ही यह वीडियो एलबम व्यवसायिक रूप से अधिक लोकप्रिय न हो. लेकिन एक मशहूर दादा के लिए उनकी पोती की तरफ से एक उपहार जरूर है. यह हकीकत है कि किशोर कुमार ने हिंदी सिनेमा के लिए जो योगदान दिये हैं. वह अदभुत है. वह जीनियस थे और उन सा मल्टी टास्क करने वाली शख्सियत इंडस्ट्री में कम हैं. सो, इस लिहाज से उनकी पोती को भी पूरा हक है कि वह अपने दादाजी की दुनिया से इस कदर रूबरू हो. यह अमित कुमार की भी खूबी है कि वे अपने पिताजी की लीजेसी को अपनी बेटी तक पहुंचा रहे हैं. टी सीरिज के भी 50 साल पूरे होने के अवसर पर उनकी बेटियों ने अपने पापा गुलशन कुमार को गीतों के रूप में एक श्रद्धांजलि देने की कोशिश की थी और उसी दौरान उन्होंने घोषणा भी की थी कि वे एक ऐसी अकादमी की शुरुआत करने जा रहे हैं, जहां टैलेंट को आगे बढ़ाया जायेगा. दरअसल, हकीकत यह है कि यह बेहद जरूरी है कि हर जेनरेशन अपने आनेवाले जेनरेशन को उनके पुराने जेनरेशन से रूबरू कराये. राजिंदर सिंह बेदी की पोती इला ने भी अपनी तरफ से अपने दादाजी को श्रद्धांजलि दी है, लाजवंती का टीवी रूपांतरण निर्माण कर एक बेहतरीन उपहार दिये हैं. इस तरह ही पुरानी यादों और पुराने लोगों को संजोया जा सकता है.

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