20130322

समर्पित निर्देशक की समर्पित फिल्म



रेमो डिसूजा की फिल्म एनीबडी कैन डांस की लोकप्रियता के बाद उन्हें यूटीवी मोशन पिक्चर्स ने दो अन्य फिल्मों का आॅफर दिया है. रेमो डिसूजा की फिल्म एबीसीडी का खास प्रोमोशन नहीं किया गया था. यूटीवी ने इस पर खास ध्यान नहीं दिया. कुछ ऐसा ही विकी डोनर के दौरान भी हुआ था. फिल्म के प्रोमोशन को लेकर काफी उत्सुकता नहीं थी. लेकिन आश्चर्यजनक बातें यह है कि वे फिल्में जो वाकई अच्छी हैं. अपनी सोच में. वे सभी कामयाब हो रही है. फोक्सड फिल्मों को इन दिनों दर्शक मिल रहे हैं. रेमो ने डांस पर आधारित फिल्म एबीसीडी का निर्माण महज शब्दों में कहने के लिए नहीं किया है. उन्होंने वाकई फिल्म को सार्थकता दी है. डांस की दुनिया में इंप्रेस व एक्प्रेस के बीच की खाई से समाज की सच्चाईयों के साथ साथ यह भी दर्शाया है कि कैसे वाकई कुछ प्रतिभाएं गली से निकल कर ऊंचाईयां छू सकती हैं. रेमो ने इस फिल्म में सभी कोरियोग्राफर को ही लिया है. और खास बात यह है कि वे अपनी सोच से भटके नहीं हैं. हाल ही में जब यह फिल्म मीडिया प्रतिनिधियों को दिखाई जा रही थी. तो शुुरुआत में फिल्म के कलाकारों ने थियेटर में एक शानदार परफॉरमेंस के साथ इसकी शुरुआत की थी. इतने सालों में पहली बार था जब किसी फिल्म की शुरुआत में ऐसा परफॉरमेंस देखा. फिल्म में डांस को अनुशासन से जोड़ा गया है. साथ ही गुरु की अहमियत को भी दर्शाया गया है. अगर कोई व्यक्ति वाकई डांस की बारीकियों को समझना चाहता है तो रेमो की फिल्म उनके लिए गाइड है. लेकिन दुख की बात यह है कि ऐसी फिल्मों के प्रोमोशन में कभी भी प्रोडक् शन कंपनी खास दिलचस्पी क्यों नहीं लेती. वे इनके साथ पक्षपात क्यों करती हैं. जबकि यही फिल्में वाकई में मौलिक फिल्में हैं और दर्शकों कोलुभाती भी हैं. कुछ ऐसा ही पान सिंह तोमर के साथ भी किया गया था. लेकिन फिल्म ने सबके दिलों को जीता. और सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक रही. रेमो की लोकप्रियता और उनकी शैली को देखते हुए यूटीवी ने उन्हें दो और फिल्में दी हैं. लेकिन रेमो से यही गुजारिश कि उन्होंने खुद फिल्म में एक बात कही है कि जिस काम में दिल लगे वही करना चाहिए. सो, वह भी धाराप्रवाह में बह कर हर तरह की फिल्में न बनायें और न ही एबीसीडी के सीक्वल के बारे में सोचें. चूंकि जो बात उन्होंने एबीसीडी के माध्यम से पहुंचाने की कोशिश की है. वह लोगों तक पहुंच चुकी है. अब रेमो के लिए चुनौती बढ़ चुकी है. उन्हें आगे भी अपनी फिल्मों से खुद को साबित करना होगा.

No comments:

Post a Comment