बनारस की गलियों से निकल कर मुंबई की महानगरी में आये सिद्धार्थ अरोरा ने अभी इस महानगरी को बहुत साल नहीं दिये. लेकिन कम समय में ही उन्होंने अपनी अच्छी पहचान बना ली है. कलर्स के शो मुक्ति बंधन के बाद इन दिनों वे ना बोले तुम न मैंने कुछ कहा में अहम भूमिका में नजर आ रहे हैं
सि द्धार्थ ने अपनी पढ़ाई बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की है. उनका भी सपना है कि वह फिल्मों में काम करें. लेकिन वे किसी हड़बड़ी में नहीं हैं. वे धीरे धीरे अपना रास्ता खुद बना रहे हैं. बनारस की परवरिश का ही शायद यह नतीजा है कि सिद्धार्थ टीवी के उन चुनिंदा टीवी कलाकारों में से एक हैं, जिनकी हिंदी भाषा पर बेहतरीन पकड़ है और यह बात उन्हें औरों से अलग बनाती है. फिलवक्त उन्हें कम ही वक्त हुए हैं इंडस्ट्री में. लेकिन उनके अभिनय की क्षमता को देख कर उम्मीद की जा सकती है कि आनेवाले समय में सिद्धार्थ टीवी के सर्वाधिक लोकप्रिय चेहरों में से एक होंगे.बातचीत सिद्धार्थ से...
धीरे धीरे लेकिन समझदारी से रखना है कदम
मैं हमेशा से अभिनय के क्षेत्र में जाना चाहता था. लेकिन मैं अपनी पढ़ाई को दरकिनार करके ऐसा नहीं कर सकता था. सो, मैंने पहले अपनी न सिर्फ पढ़ाई पूरी की. बल्कि मुंबई आकर मैंने पहले एमबीए के आधार पर कुछ सालों के लिए काम किया. फिर धीरे धीरे लोगों से पहचान बनी और काम मिलने शुरू हुए, मुक्ति बंधन के लिए मैंने आॅडिशन दिया था. फिर चुनाव हुआ. हां, मगर यह जरूर है कि एक बार जब आप किसी शो में काम कर लेते हैं तो आपका रास्ता थोड़ा आसान हो जाता है. ना बोले तुम न मैंने का जब आॅफर आया था. उस वक्त मैं बनारस में था. मैंने वही से अपने काम का शोरील भेजा. फिर मेरा चुनाव हुआ. अभिनय का करियर कठिन जरूर है. लेकिन मैं मानता हूं कि एक बार अगर खुद को प्रूव कर दिया तो फिर रास्ते थोड़े आसान हो जाते हैं.
कैसा है बीरा का किरदार
इस शो में मेरा किरदार मुक्ति बंधन से बिल्कुल अलग है. मुक्ति बंधन में मैं बहुत बड़े बिजनेस मैन का बेटा बना हूं. जबकि ना बोले में मैं बीरा के किरदार में हूं. ना बोले का वीरा बिल्कुल अलग तरह का किरदार है. कह सकते हैं कि राउड़ी या रोड छाप रोमियो की तरह का लड़का है. बीरा नन्ही से प्यार करता है. जो बुलेट चलाता है और जिसे अपने अंदाज में रहना ही पसंद है. बीरा ना बोले में पॉलिटिशयन का पोता बना है. मुक्ति बंधन में मैंने मसर्डिज चलाता था और अब इस शो में मैं बुलेट चला रहा हूं. बीरा को लगता है कि उसके सामने कोई खड़ा नहीं हो सकता. वह सबका बाप है. तो आप देख सकते हैं कि लुक से लेकर मेरे किरदार तक सबकुछ अलग है. लेकिन मजा आ रहा है. चूंकि जब किसी कलाकार को हर बार नये किरदार मिलते हैं तो इससे आपके लिए और रास्ते खुल जाते हैं.
फिल्मों के लिए कोई हड़बड़ी नहीं
सिनेमा मेरा पहला प्यार रहा है. और मैंने एक फिल्म में काम भी किया है. ये जो मोहब्बत है नामक फिल्म में. लेकिन यह अलग बात है कि मैं जिस तरह के किरदार फिल्मों में निभाना चाहता हूं. अभी मुझे वैसे किरदार नहीं मिले हैं. लेकिन फिल्मों में काम कौन नहीं करना चाहेगा. मैं बनारस का हूं और बनारस पर कई फिल्में बनती रहती हंै. लेकिन अभी मैंने कहीं कोशिश नहीं की. चूंकि फिलहाल टेलीविजन में अच्छी पकड़ बनाना चाहता हूं. अभी मुझे आये बहुत साल हुए भी नहीं हैं. सो, अभी जम कर काम करना चाहता हूं. मुझे खुशी है कि मैं अपने परिवार को यह खुशी दे पा रहा हूं. चूंकि मेरे परिवार से इस क्षेत्र में कोई नहीं. लेकिन मैंने इतना तय जरूर कर रखा है कि मैं टीवी को नहीं छोड़ूंगा. चूंकि बॉलीवुड में आपकी फिल्म अगर शुक्रवार को नहीं चली तो आप याद नहीं रखे जाते. वही टीवी में आप छोटे किरदार निभा कर भी ख्याति प्राप्त कर लेते हो.
पेट्स से है बेहद प्यार
मुझे अभिनय के साथ साथ पेट्स से भी बेहद प्यार है. मैं मुंबई में अकेले रहता हूं. लेकिन ये पेट्स ही मेरे फ्रेंड्स बन जाते हैं. मैंने अभी हाल में ही एक कोकर स्पेनियल ब्रीड खरीदा है और मैंने इसका नाम पॉपिंस रखना है. मैंने अपने होमटाउन में भी काफी पेट्स रखे हैं. लेकिन मुंबई में मेरे पास सिर्फ यही है अभी. सो, मैं बेहद खुश हूं कि मेरे साथ मेरा कोई नया दोस्त तो बना.
स्थापित किरदारों के बीच पहचान
हां, यह बिल्कुल सच है कि किसी भी नये किरदार को खुद को स्थापित करने में वक्त तो लगता है और ना बोले के किरदार दर्शकों को पहले से ही काफी पसंद हैं. लेकिन बीरा के कैरेक्टर के इतने शेड्स हैं कि निश्चित तौर पर दर्शकों को बीरा भी पसंद आयेगा और मुझे अच्छे रिस्पांस मिल रहे हैं शो के लिए.
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