20120316

दादा का ऑलराउंडर रनबीर



अनुराग कश्यप की फिल्म बांबे वेल्वेट में आमिर खान मुख्य किरदार निभानेवाले थे. लेकिन रॉकस्टार में रनबीर कपूर के अभिनय को देखने के बाद उन्होंने फिल्म में रनबीर कपूर को अपनी इस फिल्म में कास्ट कर सबको चौंका दिया है. दरअसल, चौंकाया अनुराग कश्यप ने नहीं, बल्कि रनबीर कपूर ने भी है. चूंकि रॉकस्टार के बाद वह अनुराग बसु की फिल्म बर्फी में काम कर रहे हैं. रॉकस्टार में जहां एक तरफ वह चोट खाये हुए गायक की भूमिका में हैं. वही बर्फी में वह गूंगे-बहरे की भूमिका निभा रहे हैं. अब वह अनुराग कश्यप की फिल्म में एक अलग ही अवतार में नजर आयेंगे. गौर करें तो रनबीर बहुत सोच समझ कर भूमिकाएं निभा रहे हैं. रनबीर कपूर खानदान से हैं और उनके पास बड़े प्रोडक्शन हाउस की फिल्में कतार में हैं. रनबीर चाहें तो बेहद आसानी से रॉम कॉम जैसी फिल्में बना कर आसानी से लगातार परदे पर नजर आ सकते हैं. लेकिन वे बेहद सजग होकर काम कर रहे हैं. वे किसी जल्दबाजी में नहीं हैं. उन्होंने शुरुआत भले ही बड़े प्रोडक्शन हाउस के साथ की हो. यशराज की फिल्में रॉकेट सिंह, बचना ऐ हसीनो और संजय लीला की सांवरिया से. लेकिन वर्तमान में वे उन निदर्ेशकों के साथ पूरी शिद्दत से काम कर रहे हैं. जिन पर उन्हें विश्वास है कि वे उनसे अलग तरह का अभिनय करवायेंगे. खुद रनबीर ने स्वीकारा है कि बांबे वेल्वेट अनुराग की फिल्म है. और मैं उनके साथ काम करने का मौका गवाना नहीं चाहता था. चूंकि रनबीर भी अब इस बात से वाकिफ हो चुके हैं कि इंडस्ट्री में अनुराग बसु, अनुराग कश्यप, इम्तियाज अली, विशाल भारद्वाज सरीखे निदर्ेशक उनके अभिनय क्षमता को निखारने में सफल होंगे. यही वजह है कि वे इन सभी निदर्ेशकों के साथ काम कर रहे हैं. जबकि यह सभी निदर्ेशक किसी खानदान से संबंध नहीं रखते. इन सभी ने अपनी मेहनत और लीक से हट कर फिल्में बनाने के कारण अपनी जगह बनाई है. इनके लिए रनबीर कपूर जैसे सुपरस्टार के साथ काम करना सफलता की गारंटी होगी. लेकिन कपूर खानदान से ताल्लुक रखने के बावजूद रनबीर में वह गुरुर नहीं है. फिल्मफेयर अवार्ड हासिल करने के बाद उन्होंने इम्तियाज अली को पूरा सम्मान देते हुए कहा कि सर, मेरे दिल में आपकी कितनी इज्जत है, यह मैं आपको बता नहीं सकता. दरअसल, रनबीर आज के जमाने के कलाकार हैं और वे इस बात से वाकिफ हैं कि सपाट स्क्रिप्ट वाली फिल्मों में वे अपना हुनर नहीं दर्शा सकते और यही वक्त है, जब वह पूरी ऊर्जा के साथ अभिनय दिखा सकते हैं. ऐसे में वे जौहरी के रूप में ऐसे ही निदर्ेशकों के साथ जुड़ते जा रहे हैं. राजकुमार हिरानी की आगामी फिल्म के लिए भी हां कहने की यही वजह रही होगी. चूंकि बचपन से ही वे इस इंडस्ट्री की बारीकियों से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने अपने दादा राज कपूर को पढ़ा है, उनका काम देखा है. बतौर निदर्ेशक उन्होंने किस तरह कलाकारों को निखारा है. सो, अभिनेता होने के साथ साथ निदर्ेशन का दृष्टिकोण भी उनके सामने स्पष्ट रहा होगा. शायद दादा राज को यह एहसास रहा होगा कि उनका यह पोता ऑलराउंडर बनेगा. तभी तो उनउवे बतपन से ही रनबीर को रॉनबो बुलाते थे.

2 comments:

  1. sabse badi baat kapoor khandaan bachpan se hi glamour dekh kar bada hota hai so use handle karna bhi jaanta hai.

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  2. मानों पूत के पांव पालने में.

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