होली के गीत सुनने की बजाय देखना अधिक सुखद होता है. वजह यह है कि रंगों की खूबसूरती, उसकी रौनक हमें अपनी तरफ आकर्षित करती है. शायद यही वजह है कि हिंदी फिल्मों में जब जब होली के गीत व दृश्य फिल्माये गये हैं. कलाकारों के चेहरे चमकते और अंदाज हमेशा मतवाला नजर आया है. लेकिन शायद ही दर्शक इस बात से वाकिफ होंगे कि होली के दृश्यों को फिल्माने में कलाकारों के मेकअप से लेकर उनके कैमरे के एंगल जैसी कई बारीकियों को ध्यान में रखते हुए दृश्य पूरे किये जाते थे. हिंदी सिनेमा के कुछ ऐसे ही परदे के पीछे के कलाकारों ने अनुप्रिया अनंंत को बताया कि कैसी होती थी होली के गानों की खास तैयारी.
शोले और बागवान फिल्म की होली का मेकअप : दीपक सावंत
अमिताभ बच्चन का और हिंदी फिल्मों में होली के गीत-संगीत का एक खास् संगम रहा है. अब तक हिंदी फिल्मों के होली के लोकप्रिय गीत अमिताभ बच्चन के खाते में ही गये हैं. जाहिर सी बात है कि उनके साथ लंबे अरसे से जुड़े रहे उनके पर्सनल मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत उस सारे गाने और दृश्यों के ंिनर्माण के साक्षी रहे हैं. सो, वे खुद उस दौर की यादों को साझा करते हुए बताते हैं कि जब भी होली के गीत या किसी दृश्य की शूटिंग होती है तो यह जरूरी नहीं है कि एक दिन में शूटिंग हो जाये. ऐसे में एक मेकअप मैन की भी बड़ी जिम्मेदारी रहती है कि वह कलाकार के त्वचा पर इस तरह पूरा मेकअप करें कि उनकी त्वचा को नुकसान भी न और अगले दिन भी वे उसी कंटीन्यूटी में नजर आ सकें. फिल्म शोले के होली के गीत दुश्मन भी गले मिल जाते हैं कि शूटिंग एक दिन में नहीं हुई थी. उस दृश्य के लिए अमिताभ बच्चन का उन्होंने खास तरह से मेकअप किया था. फिल्म बागवान के गीत होली खेले रघूवीरा में भी खास अंदाज में फिल्माया गया था और अमिताभ बच्चन का उन्होंने खास मेकअप किया था. दीपक बताते हैं कि कम लोगों को यह जानकारी होगी कि हमलोग भी स्टार्स के मेकअप से पहले उन्हें तेल लगाते हैं. होली के मेकअप से पहले यह बेहद जरूरी है. क्योंकि कितने भी नेचुरल कलर हों. अगर ड्राइ कलर त्वचा पर रहेगी तो बिना तेल के रंग उतारना कठिन होता ही है तो हम तेल जरूर लगाते हैं. साथ ही दूसरे दिन की कंटीन्यूटी में वही रंग उसी जगह पर उसी अंदाज में होना यह सब का ध्यान रखना भी हमारा ही काम होता है. दीपक बताते हंैं कि होली के गानों की शूटिंग का सबसे खास मजा यह रहा है कि माहौल में बहुत मस्ती रहती है और अमिताभ का पसंदीदा त्योहार है होली. वे इसका जम कर आनंद उठाते हैं. यही वजह है कि उनके चेहरे पर वह रौनक और चमक दिखाई देती है.
ँपंडारी दादा ( फिल्म डर के प्रमुख मेकअप आर्टिस्ट)
पंडारी दादा फिल्म डर के प्रमुख मेकअप आर्टिस्ट थे. वे बताते हैं कि इस फिल्म को यश चोपड़ा खास तरीके से फिल्माना चाहते थे. वे खुद बहुत मस्ती पसंद थे और यही वजह थी कि वे फिल्म में होली के गीत को बहुत फिल्माने अंदाज में प्रस्तुत करना चाहते थे. उन्होंने इससे पहले फिल्म सिलसिला में भी होली के गाने को फिल्माया था. लेकिन वह यह भी चाहते थे कि यह गाना उसकी नकल न लगे. उसका अपना रूप लगे. पंडारी बताते हैं कि खास तौर से अभिनेत्रियां अपने बालों और चेहरे को लेकर काफी सजग रहती थीं. जब जब उन्हें होली के गानों की शूटिंग करनी होती थी. हमारी कोशिश होती थी कि हम उनके बालों में चोटी कर दें. उस दौर में सागर चोटी काफी लोकप्रिय थी. हम लोग बालों को समेट कर इसलिए चोटियां बनाते थे, ताकि बालों में अबीर या रंग न जाये और वॉश के बाद वह हट जाये. यही वजह रही कि आप देखें जूही ने गाने में बालों को बांधे रखा है और दूसरी तरफ रेखा ने भी फिल्म सिलसिला में बालों में चोटियां बनायी हैं. शूट खत्म होते ही हम लोग फौरन चेहरे से रंग हटा दिया करते थे. इस दौरान हम मोइश्जराइजर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते थे. कंटीन्यूटी एक महत्वपूर्ण मुद्दा होता था. उसका ख्याल हम जरूर रखा करते थे.
बलम पिचकारी में जमकर रंगे गये रणबीर कपूर : अयान मुखर्जी, निर्देशक
फिल्म ये जवानी है दीवानी के गीत बलम पिचकारी युवाओं का पसंदीदा होली गीत है. रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण ने इस गाने में जम कर मस्ती की है. लेकिन इस गाने की मेकिंग के पीछे की एक रोचक बात खुद निर्देशक अयान मुखर्जी ने शेयर की.कि रणबीर कपूर को रंगों से एलर्जी है और यही वजह है कि जितनी बार टेक्स होते थे. वे फौरन अपना चेहरा पानी से साफ कर लेते थे. हमने वहां एक रंगों से भरा टब बना रखा था और जिसे भी मौका मिल रहा था. सब एकदूसरे को उसमें डाल दे रहे थे. सबसे ज्यादा मस्ती मैंने की थी. कोई भी अपना चेहरा जैसे ही साफ करके आता. मैं दोबारा उन्हें रंग लगा दे रहा था. सब मुझ पर चिल्ला रहे थे. लेकिन मुझे काफी मजा आया था. और रेमो डिसूजा ने भी जैसे स्टेप्स दिये थे. वह क्लासिक थे. शायद यही वजह है कि न सिर्फ गाना मेरे लिए वह पूरा एक्सपीरियंस हमेशा खास रहेगा. चूंकि मैं होली में जम कर मस्ती करता हूं. हर साल. खास बात यह भी थी कि मैंने किसी को कहा नहीं था. कि गाने की शूटिंग हो चुकी है. लेकिन एक दिन का और शूट रखा था और उस दिन हमने कीचड़, रंग सबकी बाल्टी तैयार करके रखी थी और जम कर सारे स्टार्स को नहलाया था. वे सोच रहे थे कि शूटिंग है. लेकिन माजरा तो कुछ और ही था.
्रगणेश आचार्य, कोरियोग्राफर, एक् शन रिप्ले का होली गीत
मुझे हमेशा ही होली के गीतों की कोरियोग्राफी करने में मजा आता है. फिल्म एक् शन रिप्ले का गीत तेरी तो कसम से कोयला... गीत की कोरियोग्राफी मैंने की थी और काफी एंजॉय किया था. इस गीत में जो सबसे बड़ी चुनौती थी कि हम गु्रप डांस तो कर ही रहे थे. तो उसमें सबके स्टेप्स एक साथ मैच करने जरूरी थी. फिर जमीन पर बहुत सारी रंगोली बनी हुई थी. जो हर बार अबीर और गुलाल के उड़ने से गंदी हो जा रही थी. तो उसे हर बार साफ करना पड़ रहा था. हर टेक में. इस गाने के साथ एक खास बात यह हुई थी कि ऐश्वर्य और निर्देशक ने तय किया था कि उस वक्त पानी की समस्या बढ़ी हुई थी मुंबई में तो पूरे गाने में सुखे अबीर के साथ ही यह गीत शूट हुआ था.
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