इम्तिआज़ अली द्वारा निदर्ेशित व रणबीर कपूर-नगरिस फाकड़ी अभिनीत फिल्म रॉकस्टार इन दिनों चर्चा में है. चर्चा कई वजहों को लेकर हो रही. सबसे अहम फिल्म का शीर्षक रॉकस्टार. शीर्षक सुनने के बाद निश्चित तौर पर लोग दृश्यों की परिकल्पना बाद में करेंगे. पहले वे यही महसूस करेंगे कि कानों में कई ध्वनियां गूंज रही हैं. रॉकस्टार के हाथ में कोई और वाद्य यंत्र हो या न हो. गिटार जरूर होगा. चूंकि अब तक आमलोगों की नजर में जो भी रॉकस्टार है, उसके हाथों में गिटार जरूर नजर आता रहा है. दरअसल, सच्चाई यही है कि अब तक रॉकस्टार की तसवीर इसी तरह बयां की जाती रही है. आमलोगों के जेहन में रॉकस्टार की छवि एक ऐसे कलाकार की है, जो हाथों में गिटार थामे. अपने बैंड या गुप्र के साथ. लाखों करोड़ों लोगों को अपने गीत से संबोधित कर रहा होता है. लेकिन अगर हम रॉकस्टार की परिभाषा व इस शब्द के प्रचलन होने के दौर का अध्ययन गंभीरता से करें, तो हम देखेंगे कि रॉकस्टार का संबध्द केवल किसी व्यक्ति विशेष या उसके रॉक बैंड से नहीं है. और न ही केवल किसी व्यक्ति के बैंड के साथ कहीं परफॉर्म किये गये कांसर्ट पर आधारित है, बल्कि रॉकस्टार वह व्यक्ति रॉकस्टार है, जो अपने सपनों पर विश्वास करता हो. और मंजिल के रास्ते में आनेवाले हर पत्थर को अपने दम पर हटाने का जज्बा रखता हो. वही वास्तविक रॉकस्टार है. जिसका खून तो गरम हो, लेकिन दिमाग शांत हो. जो सिर्फ क्रांति की परिभाषा समझता ही नहीं, बल्कि वह खुद उस परिभाषा का हिस्सा भी बन जाता हो. निश्चित तौर पर रॉकस्टार की यही परिभाषा दुनिया के किसी विकीपिडिया में उपलब्ध नहीं और न ही मेल खाती-सी है. लेकिन हकीकत यही है कि रॉकस्टार शब्द व वास्तविक रॉकस्टार वही माने गये, जिन्होंने अपने संगीत व गीतों के बोल से लोगों को हिला कर रख दिया. उन्होंने गिटार को ही अपना गन बनाया. 60 के दशक में जब अमेरिका में रंगभेद की नीति उफान पर थी. मार्थिर लुथर किंग जूनियर की क्रांति चल रही थी. उस वक्त अपने गीतों के बोल और संगीत से ही जिम्मी हेंडरिक्स,जिम मॉरिशन व लेड जैपलीन सरीके लोगों ने अपने संगीत से नयी क्रांति को जन्म दिया था. लोग सड़क पर उतर आये थे. अमेरिकन वार पॉलिसी का जगह जगह पर जनता ने विरोध किया था. इससे साफ जाहिर है, कि वास्तविक रॉकस्टार का मतलब केवल हाथों में गिटार थामना और भीड़ को खड़े होकर केवल उनका मनोरंजन करना नहीं, बल्कि इससे कहीं आगे एक जिम्मेदारी का भी नाम है. चूंकि असल मायने में रॉकस्टार वही है, जो अपने संगीत मात्र से किसी गायक की तरह दिल जीतने में ही कामयाब न हो, अव्वल वह लोगों को जागरूक भी करे. हर किसी में क्रांति की भावना भी जागृत करे. खासतौर से हमारे युवा वर्ग में. चूंकि क्रांति युवाओं के बिना हो ही नहीं सकती. बहरहाल, इम्तियाज अली ने अपने रॉकस्टार की परिकल्पना निश्चित तौर पर इन बातों का ख्याल रख ही किया होगा. शायद यही वजह है कि युवा दर्शक वर्ग बेसब्री से इस फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रहा है. एक तो फिल्म के मुख्य किरदार में उन्होंने रणबीर कपूर को उतारा है, जो आज के युवा वर्ग के नये नायक हैं. रणबीर इन दिनों युवाओं में उसी कदर लोकप्रिय है, जिस कदर कभी अमिताभ बच्चन अपने दौर में एंग्री यंग मैन के रूप में सामने आते थे. चूंकि दौर बदलते हैं. लेकिन युवा की फितरत नहीं बदलती. जूनून, जोश, जज्बा, इंकलाब की भावना, उतावलापन, गर्मजोशी, सबकुछ जल्द पा लेने की इच्छा तब भी युवाओं को परिभाषित करती थी. अब भी. उस लिहाज से इम्तियाज ने प्रेम कहानियों के नायक की बजाय युवाओं के प्रतिनिधि के रूप में एक सही चुनाव किया है. चूंकि वे जानते थे कि रॉकस्टार एक म्यूजिकल लव स्टोरी तो है, लेकिन इसके बावजूद बतौर युवा निदर्ेशक वह अपनी कहानी के माध्यम से भी युवाओं के मन का भड़ास सामने उढ़ेलना चाहते हों. इस लिहाज से एआर रहमान से बेहतर विकल्प और कोई हो भी नहीं सकता था, जिन्होंने अपने गीत खून चला... जैसे गीतों में भी युवाओं के मन की क्रांतिकारी भावना को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है. रहमान खुद मानते हैं कि इस फिल्म के गीत साडा हक... उन्होंने बेहद अलग तरीके से और शिद्दत से बनाया है, ताकि इरशाद कामिल द्वारा लिखे गये शब्द अपने भाव के साथ दर्शकों के सामने पहुंच पाये. और शायद रॉकस्टार की पूरी टीम अपने इस मिशन में तो कामयाब हो ही रही है. साडा हक की हर पंक्तियां युवाओं के अरमानों, उनकी भावनाओं को बयां कर रहे हैं. फिलवक्त तक फिल्म की कहानी का सार बताते हुए इम्तियाज ने भी बस यही कहा है कि प्रेम कहानी से गुजरते हुए अपने अस्तित्व, अपने अंदर के छुपे इंसान और उसके जज्बे, कुछ कर गुजरने तमन्ना की कहानी है. प्रायः हम सुपरस्टार या सेलिब्रिटी को ही रॉकस्टार मान बैठते हैंं. जबकि वास्तविकता यह है कि हमें वाकई इस बात का आकलन करना चाहिए कि कौन है वास्तविक रॉकस्टार या क्या हैं रॉकस्टार के मायने. उम्मीदन फिल्म रॉकस्टार कुछ हद तक रॉकस्टार की वास्तविक छवि प्रस्तुत हो पाये. कम से कम युवा दर्शक तो इसी आस में हैं.
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