20220701

मैं तो ओटीटी की दुनिया को इन दिनों शुक्रिया कहना चाहती हूँ, क्योंकि जिस तरह से लगातार इस दुनिया ने अच्छे कलाकारों को मंच तो दिया ही है और लोगों ने किरदारों को प्यार देना शुरू किया है, वह अद्भुत है, अभी हाल ही में मेरी एक दोस्त ने ‘माई’ शो की तारीफ़ की, तो साक्षी के साथ-साथ प्रशांत का किरदार निभाने वाले कलाकार के बारे में मुझसे जानना चाहा, क्योंकि उस शो में उनका उम्दा अभिनय रहा है और यही ओटीटी की ताकत है, जो कई टैलेंटेड कलाकारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे साफ़ जाहिर है कि आम दर्शक अब सिर्फ लीड किरदारों से ही नहीं, बल्कि अच्छे किरदारों से भी जुड़ रहे हैं। कुछ दिनों पहले एक सीरीज आई, ‘माई ‘। सीरीज में मुख्य किरदार निभा रहीं साक्षी तंवर तो सीरीज की जान रही ही, लेकिन सीरीज में प्रशांत के किरदार में अनंत विधात ने जो किरदार निभाया है, वह मेरे जेहन में घर कर गयी, एक मासूम-सा दिखने वाला किरदार, किस तरह इस थ्रिलर कहानी के सारे ट्विस्ट और टर्न की वजह बनता है, इस बात का एहसास आपको तभी होगा, जब आप इस सीरीज को देखेंगे। ‘सुल्तान’, ‘टाइगर जिन्दा है’, ‘गुंडे’ और ऐसी कई फिल्मों में अपनी भूमिकाओं से अनंत ने ध्यान खिंचा है, उनके अभिनय की यह खूबी रही है कि वह रिपिटेड नहीं लगते हैं और टाइपकास्ट भी नहीं। लेकिन यह सबकुछ आसानी ने नहीं हुआ है, अनंत ने अपने अभिनय में गहराइयों के अनंत में जाकर मेहनत की है, यूरोप से लेकर केरल तक जाकरअभिनय में तपस्या की है, अगर अभिनय को लोग तपस्या कहते हैं, तो अनंत किसी तपस्वी से कम नहीं हैं और यही वजह है कि इन दिनों, उनके पास कई फिल्में और प्रोजेक्ट्स हैं, जिसमें निर्देशक उनके साथ काम करना चाहते हैं। हाल में उनकी फिल्म ‘मेरे देश की धरती ‘में भी उनके काम की सराहना हुई, आने वाले समय में वह सलमान खान, कटरीना कैफ और इमरान हाशमी की फिल्म ‘टाइगर 3’ का भी हिस्सा हैं। उभरते हुए इस युवा कलाकार ने बड़ी ही शिद्दत से अपनी जर्नी के बारे में मुझसे बातचीत की है, उस बातचीत के मुख्य अंश मैं यहाँ शेयर कर रही हूँ। यशराज से जुड़ने का गजब का इत्तेफाक रहा अनंत ने लगातार यशराज फिल्म्स की फिल्मों में काम किया है। ‘गुंडे’, ‘सुल्तान ‘से लेकर कई फिल्में, ऐसे में उनका कैसे इत्तेफाक जुड़ा, वह खुद बता रहे हैं। Source : Instagram I @anantvidhaat अनंत बताते हैं मेरे लिए यशराज से जुड़ना किसी इत्तेफाक से कम नहीं है। निर्देशक मनीष शर्मा मुझे जानते थे, तो उन्होंने कहा कि मैं वहां आऊं और वर्कशॉप कंडक्ट करूँ। फिर मैं आया, तो वहां अली अब्बास जफर भी थे, तो उनको गुंडे के लिए कोई ऐसा किरदार चाहिए था, जो कि एक सीधा-साधा आदमी हो और उस पर किसी का भी शक न जाए। तो उन्होंने मेरा ऑडिशन लिया और उन्हें मैं काफी पसंद आ गया और मुझे मौका मिला । फिर धीरे-धीरे फिल्में मिलीं। सुल्तान और टाइगर फ्रेंचाइजी से जुड़ने का भी मौका मिला, मैंने तो सुल्तान में दूसरे रोल के लिए ऑडिशन दिया था, मैंने आकाश ओबेरॉय के लिए किया था, वह बाद में अमित साध को मिला। लेकिन इन फिल्मों में मेरे काम की सराहना हुई, आदित्य चोपड़ा सर को मेरा काम पसंद आया और उन्होंने मेरे काम को देख कर, मुझे आगे भी फिल्में देना जारी रखा है, यही मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है। जल्द ही टाइगर 3 में भी नजर आऊंगा। फिल्म की शूटिंग लगभग पूरी हो गई है। यूरोप और केरल में अभिनय के अलग-अलग रस सीखे अनंत मानते हैं कि अभिनय की दुनिया उनके लिए किसी तपस्या से कम नहीं रही और उन्होंने काफी मेहनत की है। Source : Instagram I @anantvidhaat वह बताते हैं मैंने यूरोप में जाकर थियेटर की पढ़ाई की। फिर वहां ही लोगों ने कहा कि आप कुछ इंडियन ट्रेडिशन भी सीखे, तो उनके कहने पर मैं केरल गया था, वहां पर काववालिकम के साथ वक़्त बिताया और समझने की कोशिश की कि संस्कृत नाट्य शास्त्र कैसे होते हैं, वहां एक टीचर रहे, जो कथककली के मशहूर हैं, वहां से मैंने एक्टर बनने की पूरी शैली सीखी और यूरोप का तो अनुभव रहा ही। इनके बीच में मैंने काफी समय बिताया। फिर मैंने 2010 में एक सोलो परफॉर्मेंस किया था, बहुत ही कम प्रॉप्स में मैंने वह एक्ट किया था, फिर मैं मुंबई दोबारा 2011 में आया, और फिर वर्कशॉप करते हुए फिल्म मिली। Source : Instagram I @anantvidhaat बचपन से ही एक्टिंग का कीड़ा रहा अनंत बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही एक्टिंग का कीड़ा था। कॉलेज के दिनों में भी खूब एक्टिंग की। वह बताते हैं एक्टिंग का कीड़ा मुझे हमेशा से काट कर रखा था, घर में कहीं से भी बाहर से आता था, तो मैं घर आकर काफी एक्ट करता था, वैसे मेरी माँ कथक डांसर रही हैं अपनी कॉलेज में, तो उनकी वजह से कला की तरर्फ थोड़ा झुकाव रहा । लेकिन घर में मेरा पूरा माहौल एकेडेमिक वाला ही रहा है, मेरे पापा इंजीनियर रहे, मां ने पोलिटिकल साइंस में ऑनर्स किया है। लेकिन मैं दिल्ली में किरोड़ीमल कॉलेज से जुड़ा, तो वहां भी खूब थियेटर करना शुरू किया। वहां हमारा एक थियेटर ग्रुप था द प्लेयर्स। राज शेखर, दिव्येंदु, हिमांशु शर्मा, मोहम्मद जीशान अयूब, अली अब्बास जफर और ऐसे कई लोग थे, जो आज फिल्मों में अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं, तो उस ग्रुप में भी काफी सीखा। ग्लोरियस काम करना है सक्सेस नहीं चाहिए सिर्फ अनंत इस बात को साफ़ करते हैं कि उन्हें अपने लिए सिर्फ सफल होने वाला टैग नहीं चाहिए, वह अपने काम को ग्लोरियस होते हुए देखना चाहते हैं। वह इस बारे में विस्तार से समझाते हैं एक होती है सक्सेस और एक होती है ग्लोरी, मुझे बचपन से ही झुकाव ग्लोरी की तरफ रहा है। सक्सेस तो काफी लोग मिलता है। ग्लोरी से मेरा तात्पर्य है मेरे किसी भी काम की हाइएस्ट पॉइंट क्या है। जब आप किसी शख्सियत की बात करते हैं, तो आप बात करते हैं कि इस आदमी ने ग्लोरियस काम किया है, फिर चाहे वह लेखक, खिलाड़ी या कोई भी हो। ये वो चीज है वह बताती है कि कहानियां सिर्फ सक्सेसफुल नहीं, सोशल डिस्कोर्स का हिस्सा बननी चाहिए। कहानियों में अगर ताकत है,तो वह आपके साथ कई अरसे तक रह जाती है। तो एक फिल्म है कि चना चूर खाते हुए देख ली तो मैं वैसा ही हूँ, मैं कभी भी हल्के रोल्स नहीं करूँगा, मुझे सब कहते थे टेलीविजन कर ले, ये कर ले, वो कर ले, लेकिन फिर गुंडे मिली। मेरी पहली फिल्म से ही देखें, तो मेरा किरदार इम्पोर्टेन्ट रहा है। मुझे खुश हूँ कि अब मुझे अटेंशन मिल रहा है, शुरू में मैं नहीं अटेंशन नहीं चाहता था। वरना मैं टाइपकास्ट हो जाता। Source : Instagram I @anantvidhaat कहानियों का शौक रहा अनंत कहते हैं कि उन्हें बचपन से कहानियां सुनने और सुनाने का शौक रहा। मुझे फिल्मों से ज्यादा कहानियां को शौक है, मेरे घर में जब बातें या किस्से कहानियां हुआ करती थीं। मुझे काफी मजा आता था, ऐसे कमाल की चीज है, तो किरदार बन जाते हैं, कहानी सुनाते हुए, वह मेरे में भी थी, मुझे वे चीजें फैसिनेट करती थी, उन कहानियों से मेरा जुड़ाव रहा। फिर महाभारत और रामायण को देखा, जब आप कहानियों से जुड़ जाते हैं, तो आपको स्ट्रचर समझ में आने लगता है, और फिर मैंने फिल्मों को गौर करने शुरू किया, फिर मैंने अपने से बात करना शुरू किया कि आखिर कोई कहानी इतनी पसंद क्यों आती है और आप क्यों उस विशेष कहानी से जुड़ जाते हैं, जब इस बात को समझना शुरू किया, तो मुझे समझ आया कि इसके फंडामेंटल होते हैं, फिर थियेटर से भी यह समझ आया। तो, अगर मैं फिल्मों की बात करूँ, तो हो सकता है कि आपके कॉमेडी के सिर्फ पांच और छह सीन ही हों, लेकिन स्क्रीनप्ले का वह हिस्सा नहीं हैं, कहानी का हिस्सा नहीं हैं, तो उन सीन्स का कोई मतलब नहीं होता है। लेकिन अगर एक भी सीन्स जुड़े हैं, तो कमाल कर जाते हैं, तो जब आपके फंडामेंटल क्लीन होते हैं, तो आप हल्का काम कर नहीं पाते हैं, वह मजबूरी बन जाते हैं। लेकिन मुझे वैसा करना नहीं है। वैसे सलमान खान ने भी अनंत के शो ‘माई’ की तारीफ़ सुन कर, अनंत को बधाई दी है और उन्हें बेस्ट विशेज दिए कि लगातार अच्छे काम करें। अनंत की आने वाली फिलमों में ‘टाइगर 3′ तो हैं ही और भी फिल्में और वेब सीरीज हैं और अनंत अपनी कामयाबी से फिलहाल इस कदर खुश हैं कि वह आगे और काम करते रहना चाहते हैं। माई सीरीज के अगले सीजन में भी मुझे पूरी उम्मीद है कि वह सेंट्रल किरदार में होंगे और इस बार से भी दोगुना वह अपना बेस्ट देने वाले हैं। मुझे अनंत में अनंत संभावनाएं नजर आती है, शायद मुझे ही नहीं निर्देशकों को भी, तभी वह लगातार उन पर विश्वास कर रहे हैं और उन्हें निखरने के मौके दे रहे हैं। मुझे तो ‘माई’ के सेकेण्ड सीजन का भी इंतजार है और टाइगर 3 का भी, ताकि मैं अनंत के परफॉर्मेंस को देख कर, उनकी और अधिक सराहना कर पाऊं।

 


उन्हें फिल्में बनाने की दीवानगी हमेशा से रही, यही वजह है कि प्रेम रोग फिल्म में ही बतौर असिस्टेंट उन्होंने फिल्म मेकिंग के गुर सीखने शुरू कर दिए थे। फिर वह अपने काम में इस तरह से माहिर हुए कि उन्होंने नाना पाटेकर जैसे इंटेंस किरदार निभाने वाले कलाकार से भी कॉमेडी करवायी, प्यार तो होना ही था से अजय देवगन की एक्शन हीरो वाली छवि से रोमांटिक हीरो वाली छवि में तब्दील कर दिया, जी मैं बात कर रही हूँ निर्देशक अनीस बज्मी की, जो कॉमेडी फिल्में बनाने में तो माहिर रहे ही हैं, रीयल लाइफ में भी वह बिंदास और जिंदादिल इंसान हैं। मुझे उनसे मिल कर जो सबसे खास बात लगी कि वह काफी बेबाक हैं, इन दिनों वह अपनी नयी फिल्म भूल भुलैया 2 को लेकर चर्चे में हैं, कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी के साथ वह भूल भुलैया की फ्रेंचाइजी लेकर आये हैं, ऐसे में उन्होंने फिल्म के बारे में और अपने अब तक के करियर के बारे में विस्तार से बातचीत की है, मैं यहाँ बातचीत के कुछ अंश शेयर कर रही हूँ।

कार्तिक है मेहनती लड़का

अनीस बज्मी का कहना है कि कार्तिक की बेस्ट परफॉर्मेंस लोगों को भूल भुलैया 2 में नजर आएगी और वह काफी मेहनती हैं।

Source : Instagram I @aneesbazmee

वह कहते हैं

कार्तिक की जब मैंने पहली फिल्म देखी थी, मुझे वह बेहद पसंद आये थे और मैंने उनको कॉल किया था, चूँकि मुझे जब किसी का अभिनय पसंद आता है, तो मैं उनको कॉल करता ही हूँ। ऐसे में जब इस फिल्म की कास्टिंग की बात हो रही थी, तब हमारे जेहन में कार्तिक ही थे। मैंने कार्तिक जैसा मेहनती लड़का नहीं देखा है, वह आज युवाओं में स्टारडम पर है, लेकिन मैंने सेट पर उसे एक स्टूडेंट की तरह ही देखा है। वह हमेशा नया करने और बेस्ट करने के मूड में रहता है, कभी टैंट्रम नहीं, मुझे मेरे बेस्ट शॉट देने में उसने कोई भी परेशानी क्रिएट नहीं की है, वह युवा है और उसमें जोश है, ऐसे में मेरा मानना है कि इस फिल्म में उसने अपना बेस्ट दिया है और आने वाले समय में वह और बेहतर ही परफॉर्मेंस देगा।

तुलना होना लाजमी है

अनीस इस बात को बिल्कुल नहीं नकारते हैं कि चूँकि पहली भूल भुलैया  काफी कामयाब रही थी, तो तुलना होना बिल्कुल लाजिमी है।

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वह कहते हैं

अक्षय कुमार वाली भूल भुलैया काफी हिट थी और दर्शकों का प्यार मिला था, मेरी खुद को काफी फेवरेट रही है। यह बहुत लाजिमी है कि तुलना तो होगी ही। इस बात से मैं इंकार नहीं कर सकता हूँ, लेकिन इस फिल्म को बनाते हुए मैं इस बात को लेकर स्पेसफिक रहा हूँ और अपने राइटर्स को भी मैंने कह दिया था कि हमें किन बातों को लेना है, उस फिल्म से, क्या छोड़ना है, इसे लेकर मैं पूरी तरह से स्पष्ट रहा हूँ। आपलोग  फिल्म देखेंगे, तो आप लोगों को एक शॉक तो लगेगा।

तब्बू के साथ काम करना डिलाइट है

अनीस बताते हैं कि लम्बे समय से तब्बू और वह दोस्त हैं और साथ काम करना चाहते थे।

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वह बताते हैं

तब्बू और मैं जब भी मिलते थे, हमलोग दोस्त रहे हैं कई जमाने से, हमेशा इस बात को लेकर चर्चा होती थी कि हमलोग साथ में काम काम करेंगे। वह हमेशा कहते थे, मिल कर करते हैं, लेकिन मौका नहीं मिला था, फिर इस फिल्म में मुझे ऐसा लगा तब्बू ही यह किरदार कर सकती हैं। तब्बू ने तुरंत हाँ कह दिया, और उन्होंने पूरे जोश से काम किया, तब्बू जैसी एक्ट्रेस के साथ काम करने से यही होता है कि वह ऐसी अभिनेत्री भी हैं, जो चीजों को अनलर्न करने के लिए भी तैयार रहती हैं, ताकि वह नए किरदार में ढलें, मैंने एक दिन सुबह 8 बजे से लेकर दूसरे दिन 8 बजे तक शूटिंग की और तब्बू ने उसी उत्साह के साथ काम किया।

अजय देवगन की छवि बदली

अजय देवगन जिस समय सिर्फ एक्शन फिल्में करते थे, उस वक़्त अजय के साथ अनीस ने प्यार तो होना ही था बनायी ।

Source : Instagram I @aneesbazmee

वह कहते हैं

सबने उस वक़्त मुझे कहा था कि अजय की एक्शन वाली छवि है, मैं बेवकूफी कर रहा हूँ, लेकिन मैंने कहा कि मुझे विश्वास है कि अजय रोमांटिक अंदाज भी बखूबी करेगा, शुरू में अजय को भी प्यार तो होना ही था से पहले मन में हिचक थी, लेकिन जब फिल्म बननी शुरू हुई और लोगों ने पसंद किया तो कमाल हो गया था। और इसके बाद से अजय देवगन को लेकर कई लोगों ने रोमांटिक फिल्में की, क्योंकि मेरा मानना है कि किसी भी एक्टर की क्लीशे नहीं करना चाहिए, टाइपकास्ट नहीं करना चाहिए, मुझे अजय की आँखों से प्यार है और उसे ही देख कर मुझे हमेशा लगता रहा है कि वह अपना बेस्ट देते हैं और हर किरदार कर जाते हैं।

नाना पाटेकर को मजनू किरदार के लिए यूं किया तैयार

अनीस बड़ी ही दिलचस्प बात बताते हैं, जब वह नाना पाटेकर के पास वेलकम फिल्म का ऑफर लेकर गए थे तो क्या हुआ था, वह पूरे वाकये को बताते हैं।

वह कहते हैं

मैंने नाना को कॉल किया कि आपके लिए एक कॉमेडी रोल है, नाना ने पूछा काये को, मैंने कहा कि मुझे लगता है कि अबतक आपने जो भी रोल किये हैं, उन्हें देख कर बच्चे आपसे डरते हैं, लेकिन यह रोल देख कर, बच्चे आपकी गोद में बैठ जाएंगे, ऐसे में उन्होंने मुझे घर पर बुलाया, खुद चाय लेकर आये, फिर मैंने उनसे पूछा कि कहानी तीन मिनट में सुनाऊँ या फिर 3 घंटे, नाना ने कहा मेरे पास बहुत समय है, तीन घंटे में सुना, मुझे पता था कि नाना मुझसे अब भी कन्विंस नहीं थे, इसलिए उन्होंने पूरी कहानी सुनी, फिर उनको मुझ पर ट्रस्ट बढ़ा और उन्होंने मुझसे कहा कि तू अपने अप्रोच में क्लियर है, इसलिए मैं करूँगा तेरे साथ काम, नाना ने न सिर्फ फिल्म के लिए हाँ कहा, बल्कि मैंने उन्हें जिस तरह से भी कहा, उन्होंने काम किया। काफी कुछ अनलर्न किया, वो आलू लेलो टमाटर लेलो वाला डायलॉग भी फेमस हुआ। आजकल तो उसपर कितने मीम्स बनते हैं।

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नाना पाटेकर के बारे में आगे बताते हैं

नाना के बारे में मुझे लोग कहते थे कि उसके साथ काम करना डिफिकल्ट है, लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगा, मैंने तो महसूस किया कि नाना आगे समझ लेते हैं कि इंसान मेहनत नहीं कर रहा है, बेवकूफ बना रहा है तो वह काम छोड़ कर चले जायेंगे, लेकिन मुझे कभी कोई दिक्कत नहीं हुई।  नाना ने मुझे सबसे पहले कहा कि तू माँ की कसम खा कि ये फिल्म अच्छी है। मैंने सोचा थोड़ा तो वियर्ड है, लेकिन फिर मैंने कहा कि आपके लिए अच्छी होगी, तो उन्होंने फिर पूछा काये को, फिर उनको मैंने कहानी सुनायी।

नो एंट्री को लेकर है तैयारी

अनीस बताते हैं कि उन्हें भी अपनी नो एंट्री के सीक्वल का बेसब्री से इंतजार है।

Source : Instagram I @aneesbazmee

वह बताते हैं

पहले कुछ-कुछ चीजें हो गयीं और फिल्म बन नहीं पायी, लेकिन अभी सलमान भाई भी काफी सीरियस हैं, हमने फरदीन को भी फिट होने को कहा और वह कितना फिट हो गया है, तो मुझे यकीन है कि अब संयोग बन रहा है और जल्द ही हम मिल कर इस फिल्म को अंजाम देंगे।

नसीरुद्दीन शाह का जुड़ना वेलकम 2 से

अनीस इस बात को भी स्वीाकरते हैं कि नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार को वेलकम 2 के लिए तैयार करना आसान नहीं था।

Source : Instagram I @aneesbazmee

वह याद करते हुए बताते हैं

नसीर साहब को भी इस बात को लेकर अप्रिहेंशन था कि एकदम क्लाइमेक्स में आना, दर्शक पसंद नहीं करेंगे उनका, लेकिन मैंने उनको पूरी तरह से कन्विंस किया, उन्होंने फिल्म में पूरी तरह से उन्होंने खुद को मेरी तरह से ढाला, यह मैं भूल नहीं सकता।

आज भी सीखना जारी है

अनीस कहते हैं कि वह आज भी सीखते हैं।

वह बताते हैं

मैं आज भी खाली समय में कुछ न कुछ लिखता हूँ, मैंने काफी सारी कॉमेडी फिल्में लिखी है, लेकिन आज भी कोई कहता है कि कॉमेडी लिखना है, तो मैं टेंशन में आ जाता हूँ, क्योंकि कॉमेडी हर बार लिखना आसान नहीं होता है, तो मैं भी स्क्रीन राइटिंग की किताबें पढ़ता हूँ और अपने क्राफ्ट में इसका पूरा इस्तेमाल करता हूँ।

वाकई में, अनीस बज्मी की फिल्मों ने लंबे अरसे से दर्शकों का मनोरंजन किया है, इसलिए जब वह कोई कॉमेडी फिल्म लेकर आते हैं, तो उम्मीद बढ़ जाती है, ऐसे में 20 मई 2022 को फिल्म रिलीज हो रही है तो मुझे उम्मीद है कि इस बार भी वह दर्शकों को हंसाने में कामयाब रहेंगे।

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