20110412

ेएंड इट्स द क्वीज टाइम.



बजर पर हाथ. और वक्त समाप्ति की घोषणा. आइ एम सौरी. इट्स नॉट द राइट आनसर. यह सारे अल्फाज सुन कर निश्चित तौर पर आपको क्वीज टाइम के उस पुराने दौर या यूं कह लें दूरदर्शन के दौर की याद आ गयी होगी. रविवार का दिन. पूरे परिवार और अपने बच्चों के साथ माता-पिता क्वीज टाइम शो को पूरी तरह एंजॉय करते थे. सिध्दार्थ बसु, डेरक ओबरॉय और रोशन अब्बास जैसे क्वीज मास्टर कई तरह के क्वीज शो लेकर आते थे. बच्चों में खलबली मची रहती थी कि वह शो देखना ही है. चूंकि ऐसे शोज से बच्चों के साथ माता-पिता का भी ज्ञान बढ़ता था और लोग खुद को और ज्ञानी बनाने की कोशिश करते थे. लेकिन पिछले कई सालों से रविवार की सुबह इतनंी अच्छी नहीं होती कि आप टीवी के सामने बैठें और इस तरह के ज्ञानवर्ध्दक शोज या क्वीज शो देखा करें. लेकिन इस हफ्ते स्टार प्लस ने फिर से उस प्रथा को तोड़ते हुए फिर से एक बेहतरीन पहल की है. अनुपम खेर ने कदम बड़ाया है और डिस्कवर नामक शो की शुरुआत की है. यह एक क्वीज शो है. इस शो की खासियत यह है कि इस सो में स्लम के बच्चों को अत्यधिक रूप से शामिल किया जा रहा है. साथ ही इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि किस तरह बच्चों के लिए सवाल रोचक बनाये जायें ताकि वे उसे भरपूर जी सकें. न सिर्फ यह सोच कर कि वे बेहद कठिन हों. शो का फॉरमेंट रोचक रखा गया है और बेहद शालीन है. अनुपम सामान्य से ड्रेस में नजर आते हैं और बच्चे भी. कोई ताम-झाम नहीं है. न ही कोईन लाग-लपेट है. सबकुछ सीधा सपाट होते भी दर्शकों को पसंद आ रहा है. अनुपम खेर ने अपने इस सो क लांचिंग के दौरान बातचीत में कहा था कि वे कोई ताम झाम नहीं चाहते. बस चाहते हैं कि नयी पीढ़ी इसे समझने की कोशिश करे कि हमारा भारत क्या है. हम सामान्य से सवाल पूछेंगे जो भारत के बारे में होगा. यह बहुत जरूरी है कि बच्चे अपने लोगों के बारे में जानें. न कि सिर्फ हम यह मान कर बैठें कि हमें सिर्फ नयी चीजें जानने की जरूरत है. हमारे लिए यह बेहद जरूरी है कि हम नयी पीढ़ी को पुरानी चीजों की भी पहचान कराएं. इसी उम्मीद से हमने इस शो की शुरुआत की. दरअसल, आज के दौर में जब दादागिरी, बिग स्वीच, मॉम एक्सचेंज व कई रियलिटी शोज जो सिर्फ बच्चों को जिंदगी में रफ एंड टफ बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं. ऐस में अगर कोई डिस्कवर इंडिया की तरह शो की शुरुआत होती है तो ऐसे शो की प्रशंसा की जानी चाहिए. पिछले कई सालों से टेलीविजन पर इस तरह के शोज का अभाव है. कई वर्षों तक डेरेक इस तरह के शोज लेकर सोनी टीवी पर आये थे. जो काफी लोकप्रिय रहा. लंबे समय तक चला ता. लेकिन अचानक ऐसे सारे शोज बिल्कपुल खो चुके थे. जिनकी शुरुआत फिर से हुई है और यह एक बेहतर संकेत है.

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