20160508

बदले बदले से हैं मॉम के सुर


बदलते दौर के साथ ही सिनेमा की मां ने भी अपने अंदाज में कैमरे का शटर बदल लिया है. अब संघर्षरत रहने वाली मां, खुद में घुटने वाली मां सेल्फी लेने में विश्वास रखती हैं. मसलन वे आत्मनिर्भर हुई हैं और वे अपनी बेटियों को भी यही राय दे रही हैं.शायद यही वजह है कि फिल्मों में भी अब मां के किरदार गढ़ने में निर्देशकों ने अपनी स्टीरियोटाइप सोच को परे रख दिया है. मदर्स डे के बहाने हिंदी सिनेमा की कुछ ऐसी ही बिंदास मॉम पर अनुप्रिया अनंत की रिपोर्ट
स्वरूप संपत ( फिल्म की एंड का)
आर बाल्की की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म की एंड का में करीना कपूर की मां के किरदार में स्वरूप संपत नजर आयी हैं. स्वरूप फिल्म में बेटी किया से खुल कर बातें शेयर करती हैं. वे उनसे बिंदास तरीके से सेक्स के बारे में भी बातें करती हैं. निर्देशक की यह सोच बताती है कि अब जमाना बदल रहा है और बेटी की मांएं भी अब बोल्ड हो गयी हैं. उन्हें इन बातों से झिझक नहीं हैं, कि उनकी बेटी को किसी से प्यार है और वह उनसे सेक्स के मुद्दे पर भी खुल कर बातचीत करती है.
किरण खेर
फिल्म खूबसूरत में निर्देशक ने प्रेम कहानी दर्शाने के साथ इन बातों का ख्याल रखा है कि फिल्म में प्रेम कहानी के साथ मां-बेटी के रिश्ते को भी बखूबी दिखाया जाये.इस फिल्म की सबसे खास बात है कि फिल्म में लड़की अपनी मां को दोस्त बना लेती है और उससे जिंदगी की हर बात शेयर करती. दरअसल, वास्तविक जिंदगी में भी मां के साथ उनकी बेटियों का यही रिश्ता हो तो सभी बेटियां खुश रहेंगी. किरण खेर ने फिल्म टोटल सियापा में भी एक ऐसी मां का किरदार निभाया है, जिसे अपनी बेटी के पाकिस्तानी ब्वॉयफ्रेंड को भी सिर्फ इसलिए अपनाना पड़ता है, क्योंकि उनकी बेटी इसमें खुश हैं. फिल्म दोस्ताना की किरण खेर को कौन भूल सकता है. हाल के दौर में मां के किरदारों को उन्होंने बखूबी निभाया है.
रत् ना पाठक शाह
रत् ना पाठक शाह यो ही किसी फिल्म को हां नहीं कहतीं. उनके लिए स्क्रिप्ट मायने रखती है. सो, जाहिर सी बात है कि वे जिन फिल्मों में मां के किरदार में होंगी, वह किरदार सशक्त ही होगा. फिल्म खूबसूरत में उन्होंने मां के किरदार को बखूबी निभाया है. फिल्म कपूर एंड सन्स में दो बेटों के प्यार के मंझदार में फंसी मां के किरदार रत् ना पाठक शाह ने बखूबी निभाया है.
ेॅसुप्रिया पाठक
फिल्म रामलीला में सुप्रिया पाठक ने लीला यानी दीपिका पादुकोण की मां का किरदार निभाया है. वे फिल्म में एक सशक्त भूमिका में हैं, जिसे अपनी सत्ता को बचाने के लिए अपनी बेटी की उंगलियां कांटने में भी तरस नहीं आया. मां का यह बोल्ड अंदाज भी दर्शकों को बेहद पसंद आया.
तब्बू
फिल्म हैदर में तब्बू ने शाहिद कपूर की मां का किरदार निभाया है. वे एक ऐसी मां के किरदार में हैं, जो अपने बच्चे से बेइतहां प्यार करती है और अंत में उसकी जिंदगी बचाने के लिए वे खुद की जान दावं पर लगा देती है. तब्बू ने इस फिल्म में शानदार अभिनय किया है. वही फिल्म फितूर में वह सनकी मां के किरदार में हैं, जो अपने प्यार में मिले धोखे का दर्द अपनी बेटी के माथे मढ़ देती है और कभी उसे खुश नहीं देखना चाहती. तब्बू ने एक मां के रूप में काफी इंटेंस किरदार निभाया है इस फिल्म में.

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