गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार ने अपने पिता की विरासत को जिस तरह फलित किया है. यह हर पिता की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे उनकी परंपरा को सही रूप दें और उनकी विरासत को आगे बढ़ाएं. यह बात जगजाहिर है कि गुलशन कुमार किसी दौर में जूस की दुकान चलाया करते थे. लेकिन फिल्मी गीतों में दिलचस्पी की वजह से उन्होंने एक प्रयोग किया और आगे चल कर टी सीरिज के रूप में उसे एक ब्रांड बनाया. हाल ही में उनके बेटे भूषण कुमार ने अपने पिता को एक अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एक खास कांसर्ट का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने उन तमाम कलाकारों को शामिल किया, जो गुलशन कुमार की कंपनी की ही खोज रहे. इस समारोह में सभी यह देख कर चौके कि वहां अनुराधा पोडवाल ने भी अपना सोलो गीत गाया. अनुराधा व गुलशन परिवार के रिश्तों के बारे में भी कई अफवाहें हैं. लेकिन भूषण कुमार ने तमाम बातों को परे रख कर एक सम्मानित रुख अपनाया. उन्होंने कोई मतभेद न रख कर सभी कलाकारों को न्योता दिया. जो कि वर्तमान दौर में इस इंडस्ट्री का चलन नहीं रहा. लोग छोटी छोटी बातों को तवज्जो देने में इस तरह मशगूल हो चुके हैं कि अगर छोटी बातों को लेकर भी नाराजगी है तो वे उन्हें अपने कार्यक्रम में शामिल नहीं करते. अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण का पार्टी प्रकरण पिछले दिनों काफी चर्चे में भी रहा.फिल्म ब्रदर्स का वह संवाद कि हर बेटा बाप नहीं होता...भूषण कुमार जैसे बेटे के लिए नहीं लिखी गयी है. चूंकि भूषण कुमार ने अपनी सूझबूझ से टी सीरिज के स्तंभ को और मजबूत किया है. साथ ही भूषण की खासियत है कि वे अपने पिता को आज भी इतना सम्मान दे रहे हैं. गुलशन कुमार की तसवीरें टी सीरिज के आॅफिस में सिर्फ तसवीरें नहीं हैं. भूषण उन्हें पूरे आदर सम्मान से पूजते हैं.
20151126
एक बेटे की श्रद्धांजलि
गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार ने अपने पिता की विरासत को जिस तरह फलित किया है. यह हर पिता की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे उनकी परंपरा को सही रूप दें और उनकी विरासत को आगे बढ़ाएं. यह बात जगजाहिर है कि गुलशन कुमार किसी दौर में जूस की दुकान चलाया करते थे. लेकिन फिल्मी गीतों में दिलचस्पी की वजह से उन्होंने एक प्रयोग किया और आगे चल कर टी सीरिज के रूप में उसे एक ब्रांड बनाया. हाल ही में उनके बेटे भूषण कुमार ने अपने पिता को एक अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एक खास कांसर्ट का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने उन तमाम कलाकारों को शामिल किया, जो गुलशन कुमार की कंपनी की ही खोज रहे. इस समारोह में सभी यह देख कर चौके कि वहां अनुराधा पोडवाल ने भी अपना सोलो गीत गाया. अनुराधा व गुलशन परिवार के रिश्तों के बारे में भी कई अफवाहें हैं. लेकिन भूषण कुमार ने तमाम बातों को परे रख कर एक सम्मानित रुख अपनाया. उन्होंने कोई मतभेद न रख कर सभी कलाकारों को न्योता दिया. जो कि वर्तमान दौर में इस इंडस्ट्री का चलन नहीं रहा. लोग छोटी छोटी बातों को तवज्जो देने में इस तरह मशगूल हो चुके हैं कि अगर छोटी बातों को लेकर भी नाराजगी है तो वे उन्हें अपने कार्यक्रम में शामिल नहीं करते. अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण का पार्टी प्रकरण पिछले दिनों काफी चर्चे में भी रहा.फिल्म ब्रदर्स का वह संवाद कि हर बेटा बाप नहीं होता...भूषण कुमार जैसे बेटे के लिए नहीं लिखी गयी है. चूंकि भूषण कुमार ने अपनी सूझबूझ से टी सीरिज के स्तंभ को और मजबूत किया है. साथ ही भूषण की खासियत है कि वे अपने पिता को आज भी इतना सम्मान दे रहे हैं. गुलशन कुमार की तसवीरें टी सीरिज के आॅफिस में सिर्फ तसवीरें नहीं हैं. भूषण उन्हें पूरे आदर सम्मान से पूजते हैं.
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